सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में teamviewer Ammyy Admin से भी नकल करवाता था अरविंद राणा
यूपी में शामली के रहने वाले अरविंद राणा को 'गुरुजी' के नाम से भी पुकारा जाता है। वह पेपर आउट करने से लेकर हर तरह की नकल कराने का महारथी है। कुछ शहरों में राणा की अपनी कम्प्यूटर लैब हैं,...
यूपी में शामली के रहने वाले अरविंद राणा को 'गुरुजी' के नाम से भी पुकारा जाता है। वह पेपर आउट करने से लेकर हर तरह की नकल कराने का महारथी है। कुछ शहरों में राणा की अपनी कम्प्यूटर लैब हैं, जिनमें वो अक्सर ऑनलाइन परीक्षाओं का केंद्र बनवाने के लिए प्रयासरत रहता है।
वर्ष 2014 में उप्र सरकार ने सीएमसी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था। पता चला था कि कुख्यात नकल माफिया अरविंद राणा ने प्रतियोगी परीक्षाएं कराने वाली सीएमसी कंपनी में अपने तार जोड़ रखे थे। परीक्षा होने से पहले ही पेपर आउट होकर अरविंद तक पहुंच जाता था। जिस पर यह कार्रवाई की गई।
SSC CGL MTS Railway का पेपर लीक करने वाला माफिया गिरफ्तार
अरविंद राणा ने बड़े पैमाने पर हर जनपद में परीक्षा अनुसार सॉल्वर बना रखे हैं। एक सॉल्वर को एक पेपर के 30 से 50 हजार रुपये तक दिए जाते हैं। जिन केंद्रों पर परीक्षाएं होती हैं, वहां के स्टाफ से भी इस गिरोह की मिलीभगत होती है। ब्लू टूथ के जरिये नकल का सिस्टम पुराना हुआ तो इस गिरोह ने ऑनलाइन परीक्षाओं में 'टीम विवर' और 'एमी एडमिन' जैसी एप्लीकेशन के जरिये कम्प्यूटर हैक करना शुरू कर दिया। पिछले दिनों ऐसे मामले सामने आए तो इन कम्प्यूटरों में ऐसे सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किए गए, जिससे कम्प्यूटर हैक न हो सके। इसलिए अब ज्यादातर परीक्षाओं में पर्चा आउट या सॉल्वर बैठाए जा रहे थे। सॉल्वर पकड़ में न आए, इसके लिए परीक्षा केंद्र के स्टाफ को बाकायदा खुश रखा जाता है।