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जसपुर में पांचवीं पास को बीएड में दाखिला दिला दिया, एसआईटी टीम ने किया खुलासा

छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान एसआईटी के सामने घोटालेबाजों के अजब कारनामों का खुलासा हो रहा है। जसपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें पांचवीं पास एक युवक को बीएड में दाखिला दिला दिया गया।...

जसपुर में पांचवीं पास को बीएड में दाखिला दिला दिया, एसआईटी टीम ने किया खुलासा
हमारे संवाददाता,जसपुर(ऊधमसिंह नगर)।Mon, 14 Oct 2019 08:53 AM
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छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान एसआईटी के सामने घोटालेबाजों के अजब कारनामों का खुलासा हो रहा है। जसपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें पांचवीं पास एक युवक को बीएड में दाखिला दिला दिया गया। खास बात यह है कि पेशे से कारपेंटर इस युवक ने अपना दाखिला होने की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है। मामले में राजस्थान के एक कॉलेज का नाम सामने आया है। जल्द संबंधित संस्थान पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।

छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम ने रविवार को भी जसपुर के मोहल्ला चौहनान में करीब 25 छात्रों से पूछताछ की। इन सबके नाम समाज कल्याण विभाग की दशमोत्तर छात्रवृत्ति हासिल करने वालों के तौर पर दर्ज हैं। इस दौरान एसआईटी टीम प्रभारी भीम भास्कर आर्य ने सिपाही प्रवेश गुप्ता को भेज फरीद हुसैन नाम के युवक को पूछताछ के लिये बुलाया। फरीद एसआईटी प्रभारी के सामने पहुंचा तो उसे पता चला कि वह वर्ष 2014-15 में राजस्थान के राव निहाल सिंह कॉलेज जोधपुर से बीएड कर चुका है। यही नहीं, उसके नाम पर छात्रवृत्ति भी जारी हुयी है। यह सुन फरीद हैरत में पड़ गया। उसने एसआईटी को बताया कि उसने पांचवीं पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद वह कारपेंटर का काम करने लगा। उसने पांचवीं तक के शैक्षिक दस्तावेज भी दिखाये। फरीद का कहना है कि उसे यह मालूम ही नहीं कि किसने उसके नाम-पते का इस्तेमाल कर बीएड में दाखिला ले लिया। आर्य ने बताया कि फरीद के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। बताया कि संबंधित संस्थान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है। अब तक जसपुर-बाजपुर में चार संस्थानों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इनके अलावा चार बिचौलियों पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है।

अब तक 150 से पूछताछ की
एसआईटी प्रभारी आर्य ने बताया कि टीम अब 150 से अधिक छात्रों से पूछताछ कर चुकी है। अधिकतर ने आरोप लगाया है कि बिचौलियों ने उनके दस्तावेज गलत तरीके से हासिल कर फर्जी दाखिले लिये और छात्रवृत्ति की रकम हड़प ली। वहीं, कोतवाली में भी मामले की जांच जारी है। विवेचक ललित जोशी ने बताया कि अब तक साठ छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किये जा चुके हैं।

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