10वीं के बाद भी रोजगार और स्वरोजगार की दिशा में छात्र खुद को बना सकते हैं आत्मनिर्भर
दसवीं पास छात्र रोजगार और स्वरोजगार की दिशा में आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इसके लिए बिहार में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के कोर्स पढ़ाए जाते हैं। तीन से आठ माह का कोर्स करके छात्र रोजगार के अवसर तलाश...
दसवीं पास छात्र रोजगार और स्वरोजगार की दिशा में आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इसके लिए बिहार में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के कोर्स पढ़ाए जाते हैं। तीन से आठ माह का कोर्स करके छात्र रोजगार के अवसर तलाश सकते हैं। डिजाइन से लेकर मार्केटिंग, कृषि और सेल्समैन के रूप में कई मौके हैं।
लॉकडाउन के बीच छात्रों को बेहतर कॅरियर ऑप्शन चुनने के लिए विशेषज्ञों से राय लेनी चाहिए, ताकि आगे उनका भविष्य सुरक्षित रहे।
कुशल युवा प्रोग्राम चला रहीं मेधा झुनझुनवाला बताती हैं कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा डोमेन स्किल कोर्स कराया जाता है। इसके अंतर्गत कैपिटल गुड्स, लेदर, पलंबरिंग, टेलीकॉम, कृषि, फूड्स प्रोसेसिंग, रिटेल, टेक्सटाइल, फर्नीचर एंड फिटिंग, टूरिज्म एंड हॉस्पीटल, सिक्योरिटी आदि शामिल हैं।
इसके साथ-साथ कुशल युवा कार्यक्रम के तहत छात्रों को कंप्यूटर ज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी स्किल विकसित की जाती है। साथ ही इसके द्वारा विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट भी कराया जाता है। साथ ही आईटीआई करके रेलवे सहित कई निजी कंपनियों में नौकरी मिल सकती है।
ऑनलाइन कोर्स से बढ़ा सकते हैं ज्ञान
बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि से संबंधित मेसिव ओपेन ऑनलाइन कोर्स चलाया जाता है। जिससे जुड़कर कृषि की बारीकी भी सीख सकते हैं। वहीं एनआईओयूएस, इग्नू सहित स्वयं के द्वारा भी कई ऑनलाइन कोर्स चलाए जा रहे हैं। इसकी पढ़ाई से भी रोजगार की संभावना रहती है। इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक साराह नसरीन ने कहा कि दसवीं के बाद सर्टिफिकेट कोर्स और इंटर के बाद डिप्लोमा कोर्स करके छात्र आगे अपना कॅरियर बना सकते हैं। मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुरुदेव पोद्दार ने कहा कि ऑनलाइन कोर्स (स्वयं) से जुड़कर छात्र घर बैठे कई कोर्स कर सकते हैं। इसमें कई ऐसे कोर्स हैं जिसमें रोजगार की अपार संभावना है।
पॉलिटेक्निक और आईटीआई में कॅरियर की संभावना
तीन साल का पॉलिटेक्निक करके इलेक्ट्रिकल, केमिकल, बायो मेडिकल, मरीन टेक्नोलॉजी, लेदर टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल, पेट्रोलियम, प्लास्टिक उद्योग में कॅरियर बना सकते हैं। वहीं दो साल का आईटीआई करके फीटर, कंप्यूटर, सिविल, मैकेनिकल (रेडियो, टीवी, मोटर व्हीकल, डीजल, मरीन), प्लंबर, सर्वेयर का काम कर सकते हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में भी कई अवसर है।