ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरDU News: दिल्ली विश्वविद्यालय में में तीन नए कोर्सों को मंजूरी

DU News: दिल्ली विश्वविद्यालय में में तीन नए कोर्सों को मंजूरी

दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद की 1014वीं बैठक शुक्रवार आधी रात डेढ़ बजे तक चली। इसमें कई अहम फैसले लिए गए। डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तीन नए कोर्स शुरू करने क

DU News: दिल्ली विश्वविद्यालय में में तीन नए कोर्सों को मंजूरी
Alakha Singhप्रमुख संवाददाता,नई दिल्लीSat, 27 May 2023 05:21 PM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद की 1014वीं बैठक शुक्रवार आधी रात डेढ़ बजे तक चली। इसमें कई अहम फैसले लिए गए। डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तीन नए कोर्स शुरू करने की मंजूरी दी गई। इनमें पांच वर्षीय एकीकृत एलएलबी, बीटेक और आईटीईपी कोर्स शामिल हैं। वहीं, डॉ भीमराव आंबेडकर अधिकाधिक पढ़ाने पर जोर दिया गया। बीए में राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम से अल्लामा इकबाल को हटाने पर कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि भारत को तोड़ने की नींव डालने वालों को सिलेबस में नहीं होना चाहिए। बैठक में अंडर ग्रेजुएट करिकुलम फ्रेमवर्क (यूजीसीएफ) 2022 के तहत कई कोर्स के चौथे, पांचवें और छठे सेमेस्टर के पाठ्यक्रमों को पारित किया गया।

पुराने कोर्स पर नहीं होगा असर: डीयू में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) कोर्स चलाने को भी मंजूर कर लिया। यह एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चार वर्षीय कोर्स होगा। कुलपति ने बताया कि इससे पहले चल रहे शिक्षक शिक्षा कार्यक्रमों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि यह कोर्स सीनियर सेकेंडरी या इसके समकक्ष परीक्षा के बाद या स्कूली शिक्षा के एनईपी 2020 संरचना (5+3+3+4) के अनुसार संचालित किया जाएगा।

इकबाल को हटाने पर ये तर्क दिया
कुलपति ने बीए के पाठ्यक्रम से इकबाल को हटाने पर कहा कि इकबाल ने 'मुस्लिम लीग' और पाकिस्तान आंदोलन को समर्थन करने वाले गीत लिखे। भारत के विभाजन और पाकिस्तान की स्थापना का विचार सबसे पहले इकबाल ने ही उठाया था। ऐसे व्यक्तियों को पढ़ाने के बजाय हमें अपने राष्ट्र नायकों को पढ़ना चाहिए।

बीटेक के तीन नए प्रोग्राम शुरू होंगे: फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक के तीन नए प्रोग्रामों को भी शैक्षणिक सत्र 2023-2024 से शुरू करने की मंजूरी दी गई। इसके तहत बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। साथ ही एलएलबी के पांच वर्षीय दो नए कोर्स शुरू करने पर भी सहमति मिल गई है।

दो अध्यय केंद्र भी बनाए जाएंगे
स्वतंत्रता और विभाजन: स्वतंत्रता और विभाजन अध्ययन केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव स्वीकृत कर लिया गया। इसमें शोध के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे अज्ञात नायकों और घटनाओं को पता लगाया जाएगा, जिन्हें इतिहास में स्थान नहीं मिला है। भारत विभाजन दौरान की घटनाओं पर भी शोध किया जाएगा। इसके लिए उस दौर में त्रासदी झेलने वाले लोगों की आवाजों में मौखिक इतिहास भी रिकॉर्ड किया जाएगा।

जनजातीय: जनजातीय अध्ययन केंद्र के गठन को मंजूरी मिली है। इसमें भारत की विभिन्न जनजातियों पर अध्ययन होगा। इसका उद्देश्य जनजाति शब्द को भारत-केंद्रित परिप्रेक्ष्य सहित समझने, उनके सामाजिक, सांस्कृतिक, भाषाई, धार्मिक, आर्थिक, पर्यावरण का अध्ययन करना है। विभिन्न युगों में आदिवासी नेताओं की भूमिका और योगदान का अध्ययन किया जाएगा।

इकबाल को हटाने का फैसला सराहनीय : एबीवीपी
नई दिल्ली, प्र सं। मोहम्मद अल्लामा इकबाल को डीयू के राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम से हटाने का फैसले का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्वागत किया है। एबीवीपी ने कहा कि इकबाल को 'पाकिस्तान का दार्शनिक पिता' कहा जाता है। वे भारत के बंटवारे के लिए उतने ही जिम्मेदार हैं जितने मोहम्मद अली जिन्ना। एबीवीपी के दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि इस्लामिक उच्चता में विश्वास करने मोहम्मद इकबाल को भारत के अग्रणी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के सामने एक दार्शनिक-राजनीतिक चिंतक के रूप में प्रस्तुत करना भारत के युवाओं पर एक प्रकार का बौद्धिक अत्याचार है। पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना, देश के प्रति दृढ़ निष्ठा एवं एवं अपनी सांस्कृतिक सम्पदा और इतिहास के प्रति सम्मान की भावना को विकसित करने वाला होना चाहिए।

ये अहम फैसले भी लिए:
- बीए पाठ्यक्रम में डॉ भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद का दर्शन भी शामिल होगा
- सावित्रीबाई फुले को पाठ्यक्रम में शामिल करने की संभावनाएं तलाशने को कहा गया
- दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में बीआर आंबेडकर के आर्थिक विचारों पर एक पेपर तैयार करने की सलाह दी
- अर्थशास्त्र में इंडियन, यूएस और यूरोपियन इकोनॉमिक मॉडल पढ़ाने की सलाह दी
- उदमोदय फाउंडेशन की यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली इनोवेशन एंड स्टार्टअप पॉलिसी को भी मंजूरी दी गई।