जामिया हॉस्टल से अभी न हटाएं
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय फिलहाल बंद है, जिसे अगस्त में दोबारा खोला जाना है। ऐसे में पिछले दिनों जामिया प्रशासन के छात्रावास खाली करने के आदेश को विद्यार्थियों ने अप्रसांगिक बताते हुए...
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय फिलहाल बंद है, जिसे अगस्त में दोबारा खोला जाना है। ऐसे में पिछले दिनों जामिया प्रशासन के छात्रावास खाली करने के आदेश को विद्यार्थियों ने अप्रसांगिक बताते हुए इससे राहत देने की मांग की है।
छात्राओं ने रविवार को इस संबंध में कुलपति को पत्र लिखा है। छात्राओं ने कुलपति को लिखे पत्र में कहा है कि बंदी के दौरान एक जगह से दूसरी जगह जाना मुश्किल है। ऐसे में छात्रावास खाली करना संभव नहीं है। छात्राओं ने इसे उत्पीड़न बताया। उन्होंने परिवहन सुविधा बहाल न होने का हवाला होते हुए छात्रावास खाली करने में असमर्थता जताई है।
जामिया के अस्पताल को बनाए क्वारंटाइन केंद्र : जामिया छात्रावास में रहने वाली छात्राओं का कहना है कि जामिया प्रशासन ने छात्रावास को क्वारंटाइन केंद्र बनाने की बात कही है, लेकिन ऐसा कोई आदेश सरकार की तरफ से नहीं आया है। छात्राओं ने कहा कि अगर क्वारंटाइन केंद्र बनाना जरूरी भी है तो उसे छात्रावास की जगह विश्वविद्यालय अस्पताल में बनाया जा सकता है। इस तरह अचानक लॉकडाउन के दौरान छात्रावास खाली कराना सही नही है।
विद्यार्थियों के लिए परिवहन व्यवस्था हो रही लॉकडाउन के दौरान छात्रावास खाली करने में छात्राओं द्वारा असमर्थता जताने पर जामिया के जनसंपर्क अधिकारी अहमद अजीम का कहना है कि सभी विद्यार्थियों को वापस घर भेजने के लिए जामिया परिवहन व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए जामिया प्रशासन राज्यों के नोडल अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए है। पहली खेप में कश्मीर के विद्यार्थियों को बसों से भेजा गया है। इसी तरह अन्य को भी सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्स्था की जा रही है। वहीं, छात्राओं को सामान भी ले जाना होगा।