SSVV को अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय बनाने की उठी मांग
पद्मश्री से सम्मानित संस्कृत के प्रकांड विद्वान प्रो. रामयत्न शुक्ल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने...

पद्मश्री से सम्मानित संस्कृत के प्रकांड विद्वान प्रो. रामयत्न शुक्ल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि जिस संस्था में मुझे अध्ययन और अध्यापन का अवसर मिला उसे उनके वरदहस्त की नितांत आवश्यकता है।
प्रो.शुक्ल ने बताया है कि 230 वर्षों से संस्कृत का अध्ययन और अध्यापन करने वाली यह संस्था उनके संसदीय क्षेत्र में है। पर्याप्त संरक्षण के अभाव में उसका आपेक्षित उत्थान नहीं हो पा रहा है। यह देश का एक मात्र ऐसा विद्यालय है जहां देश के नहीं विदेश से भी छात्र पढ़ने आते हैं। गत वर्ष भारत सरकार ने देश के तीन संस्कृत विश्वविद्यालयों को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया था। सबसे प्रचीन होते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को उस कोटि में नहीं रखा गया। यह अत्यंत चिंता का विषय है। प्रो.रामयत्न शुक्ल ने काशी विद्वत परिषद और संस्कृत समाज की ओर से प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि संस्कृत विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय घोषित कर संस्कृत समाज का गौरववर्धन करें।
फ्रांसीसी दूतावास की अधिकारी करेंगी विवि का भ्रमण
फ्रांसीसी दूतावास की अधिकारी फातिमा कमौसी और मैरीलिन लौडिन चार फरवरी को संस्कृत विश्वविद्यालय का भ्रमण करेंगीं। योग साधना कक्ष में शिक्षकों से बात करेंगी। उनके साथ शैक्षिक चर्चा की तैयारी के लिए विश्वविद्यालय ने एक समिति गठित की है।
