दिल्ली: एक मंच पर जुटे IAS, IPS, IFS और IRS अधिकारी, प्रतियोगियों को दिए तैयारी के टिप्स
यदि आपने एक बार सिविल सेवा में जाने का फैसला कर लिया, तब आप किसी की कुछ मत सुनो जब तक आप सफल न हो जायें, यह कहना है इस्पात मंत्रालय भारत सरकार की सचिव डा. अरुणा शर्मा का। डा. शर्मा रविवार को...
यदि आपने एक बार सिविल सेवा में जाने का फैसला कर लिया, तब आप किसी की कुछ मत सुनो जब तक आप सफल न हो जायें, यह कहना है इस्पात मंत्रालय भारत सरकार की सचिव डा. अरुणा शर्मा का।
डा. शर्मा रविवार को राजधानी के चिड़ियाघर में आयोजित ‘यूपीएससी कॉन्क्लेव-2018’ में भारी संख्या में आये आईएएस प्रतियोगियों को संबोधित कर रही थीं। कॉन्क्लेव का विषय था: ‘सिविल सेवा परीक्षा में कैसे सफल हों?’
डा. अरुणा शर्मा ने आगे कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में पास होने के लिए कठिन परिश्रम ही, एक मात्र उपाय है। यहां तक कि भाग्य केवल एक प्रतिशत ही मायने रखता है और कठिन परिश्रम 99 प्रतिशत।
कॉन्क्लेव में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश, दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह, वित्त मंत्रालय में अधिकारी मयूषा गोयल, मुजफ्फरनगर के मुख्य विकास अधिकारी अंकित अग्रवाल और मनोज टिबड़ेवाल आकाश मुख्य वक्ता के रुप में मौजूद रहे।
आईपीएस अमिताभ यश ने कहा सिविल सेवा परीक्षा के लिए हर विषय पर अपने नोट्स बनाना आवश्यक है। इसके अलावा सभी आवश्यक सरकारी योजनाओं का समुचित ज्ञान भी जरुरी है। परीक्षा में उत्तर देते समय शब्द सीमा का भी ध्यान रखना चाहिये। इस सम्मेलन का आयोजन डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा किया गया था।
आईएएस अंकित अग्रवाल ने कहा कि हर विषय के लिए दैनिक समय निर्धारित करें और उस पर अमल करें। उन्होंने कहा कि कम से कम दो समाचार पत्रों को रोजाना पढ़ना आवश्यक है ताकि दैनिक घटनाक्रम पर आपकी नज़र बनी रहे। उन्होंने आगे कहा कि साक्षात्कार के दौरान हर-हाल में धैर्य रखना चाहिये।
इस अवसर पर आईआरएस मयूषा गोयल ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा के पहले अवसर को ही अंतिम अवसर समझकर तैयारी करनी चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान सुननी सबकी चाहिये पर करनी अपनी मन की चाहिये।