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DBRAU Agra : हजारों छात्रों को विश्वविद्यालय ने दिया अधूरा परिणाम, कॉलेजों की लापरवाही से छात्र परेशान

नयी शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय ने तीन पाठ्यक्रम बीए, बीएससी और बीकॉम में पढ़ाई करायी। पिछले दिनों सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम जारी किया गया। पहले सेमेस्टर परीक्षा परिणाम में बड़ी संख्या में छात्र

DBRAU Agra : हजारों छात्रों को विश्वविद्यालय ने दिया अधूरा परिणाम, कॉलेजों की लापरवाही से छात्र परेशान
Alakha Singhसंवाददाता,आगराTue, 28 Jun 2022 11:23 PM

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DBRAU Result : डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में नयी शिक्षा नीति की पढ़ाई और परीक्षा के बाद परिणाम में छात्रों की मुश्किलें दूर नहीं हो रही हैं। पहले प्रवेश फिर पढ़ाई और परिणाम में परेशान हुए छात्र अब परिणाम के बाद भी फंस गए हैं। विश्वविद्यालय ने छात्रों को अधूरा परीक्षा परिणाम दे दिया है। छात्रों को परीक्षा परिणाम में विश्वविद्यालय ने एमडब्ल्यू (मार्क्स वेटिंग) थमा दिया है। विश्वविद्यालय इसके लिए कॉलेजों को जिम्मेदार बता रहा है। हालांकि परिणाम पूरा जारी करना विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है।

बता दें कि नयी शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय ने तीन पाठ्यक्रम बीए, बीएससी और बीकॉम में पढ़ाई करायी। पिछले दिनों सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम जारी किया गया। पहले सेमेस्टर परीक्षा परिणाम में बड़ी संख्या में छात्र एमडब्ल्यू हो गए हैं। छात्रों का परिणाम अधूरा जारी किया गया है। विश्वविद्यालय का तर्क है कि यह सब कॉलेजों की ओर से आंतरिक मूल्यांकन के अंक पोर्टल पर अपलोड ना करने के कारण से हुआ है। विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव के अनुसार अधिकांश महाविद्यालयों द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत सत्र 2021-22 की प्रथम सेमस्टर की परीक्षाओं के आंतरिक परीक्षा के अंक ऑनलाइन अपलोड कराने की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है। कॉलेजों को अंक अपलोड करने के बाद उनको ऑथन्टीकेट किया जाना था, लेकिन इस स्टेप को कॉलेजों ने पूरा नहीं किया। इसी के चलते ऐसे कॉलेजों के छात्रों का परीक्षा परिणाम एमडब्ल्यू में प्रदर्शित हो रहा है। ऐसे सभी कॉलेजों को आदेश जारी किए गए हैं कि वह आंतरिक परीक्षा के अंकों को अपलोड करने के बाद ऑथन्टीकेट करें। ताकि परीक्षा परिणाम पूर्ण प्रदर्शित हो सके।

कॉलेजों की मनमानी, विश्वविद्यालय की मेहरबानी
कॉलेजों की मनमानी के कारण से छात्र फंसे हुए हैं। वहीं विश्वविद्यालय अभी भी कॉलेजों से अंक अपलोड करने के लिए आग्रह की मुद्रा में हैं। काफी समय से कॉलेज अंक अपलोड नहीं कर रहे थे। इसके बाद भी विश्वविद्यालय कॉलेजों पर सख्ती दिखाने से बचता रहा।

अधूरे परिणाम नहीं, बड़ी संख्या में फेल भी
विश्वविद्यालय के सेमेस्टर परीक्षा में छात्रों को सिर्फ अधूरा परिणाम ही नहीं दिया है। बल्कि बड़ी संख्या में छात्र फेल भी हो गए हैं। फेल होने के बाद सोमवार को विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा हुआ था। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए थे।

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