उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए योगी सरकार ने तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को ऐलान किया किया सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं को लिए छात्रों को मुफ्त कोचिंग की सुविधा बसंत पंचमी से शुरू होगी।
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस यानी उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेरोजगार और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले जरूरतमंद युवाओं और दूसरे राज्यों व विदेश में रोजगार के लिए गए यूपी के कामगारों के लिए दो अहम घोषणाएं कीं। लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार स्थित अवध शिल्प ग्राम में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बसंत पंचमी से ‘अभ्युदय’ के नाम से एक नई योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना के तहत नीट, आईटीआई, जेई, यूपीएससी की प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने वाले जरूरतमंद युवाओं को अब अपने जिले व मण्डल में ही नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा प्राप्त होगी। अभ्यर्थियों को डिजिटल कंटेंट एक्सेस करने के लिए एक टेबलेट, शिक्षण सामग्री एवं स्टाइपेंड के रूप में पांच माह तक 2000 रुपये माह की दर से राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
18 मंडल मुख्यालयों से होगी शुरुआत
योजना की शुरुआत प्रदेश के 18 मण्डल मुख्यालयों से की जाएगी। उसके बाद इस योजना का हर जिले में विस्तार होगा। योजना के तहत इन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रदेश सरकार के अनुभवी अधिकारियों के अलावा विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का पैनल तैयार किया जाएगा जो फिजिकली और वर्चुअली इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं का मार्गदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के युवाओं को राजस्थान के कोटा जाकर कोचिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की एक अन्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालयों की शुरुआत की जा रही है, जिनमें निराश्रित व जरूरत बालक-बालिकाएं रहकर पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इन अटल आवासीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र की शुरुआत इसी बार से कर दी जाएगी।
श्रमिकों को आपदा में मिलेगी आर्थिक मदद
उन्होंने एक और घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश का कोई भी श्रमिक या कामगार अगर किसी अन्य प्रदेश या विदेश में रोजगार करने जाता है और अगर उसने उत्तर प्रदेश सरकार के पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा रखा है तो आपदा के समय उसे हर तरह की सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा प्रदेश सरकार प्रदान करेगी।
यूपी गौरव सम्मान शुरू होगा
उत्तर प्रदेश का नाम देश और विदेश में ऊंचा करने वाली विभूतियों के लिए उन्होंने 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' देने की घोषणा करते हुए कहा कि इस सम्मान के लिए चयन राज्य के मुख्य सचिव द्वारा किया जाएगा। इसी साल राज्यपाल के हाथों प्रदेश की विभूतियों का यह सम्मान दिलवा कर इसकी शुरुआत करवाई जाएगी।
खिलाड़ियों को सम्मान
इस समारोह में खेल विभाग की ओर से रानी लक्ष्मीबाई व लक्ष्मण पुरस्कार से प्रतिभावान खिलाड़ियों को, दुग्ध विकास विभाग की ओर से गोकुल व नंद बाबा पुरस्कार, युवा कल्याण विभाग की ओर युवक मंगल दल व महिला मंगल पुरस्कार, कृषि विभाग की ओर से कृषक पुरस्कार मुख्यमंत्री के हाथों दिए गए। साथ ही तमाम हस्तशिल्पियों व कारीगरों को सम्मानित किया गया, उन्हें टूल किट वितरित किए गए।
यूपी नए बदलाव की ओर: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश नए बदलाव के मोड़ पर आ गया है। आज उ.प्र. की पहचान अपराधग्रस्त या दंगाग्रस्त राज्य की नहीं रही बल्कि प्रदेश के विकास का माडल दूसरे राज्यों द्वारा अपनाया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत का आधार बनने का जज्बा लेकर चलने वाली ओडीओपी योजना आज केन्द्रीय बजट में भी स्थान बना चुकी है। प्रधानमंत्री भी इसकी सराहना कर चुके हैं। भारी निवेश के साथ यहां रोजगार की भी सम्भावनाएं बढ़ी हैं। पेशेवर खानदानी अपराधियों पर लगाम कसी जा रही है। चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली, 17 लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिले और डेढ़ करोड़ युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया। पिछले तीन वर्षों में 1.15 लाख करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य किसानों को अदा किया गया।