देश के राष्ट्रीय विधि विश्वद्यालयों में दाखिले के लिए सोमवार को पटना के सात केंद्रों के अलावा राज्य के 14 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा हुई। ऑनलाइन परीक्षा में 5044 विद्यार्थियों को भाग लेना था लेकिन केंद्र से मिली सूचनाओं के अनुसार कुल 4510 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। इसमें कोविड 19 और राफेल से जुड़े सवाल भी पूछे गए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक शीर्ष 6 एनएलयू में दाखिले के लिए कटऑफ 100 से 110 में के बीच जा सकती है।
अगले एक हफ्ते में परीक्षा परिणाम आने के आसार हैं। इधर, क्लैट कंसोर्टियम की ओर से देर शाम आंसर की भी जारी कर दिया गया। छात्र सही जवाबों के मिलान में लगे रहे। सीएनएलयू के कुलसचिव मनोरंजन प्रसाद ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही है। कई छात्रों ने बातचीत में बताया कि सवालों का स्तर उम्मीद से ज्यादा कठिन था। कुछ सवाल अत्यंत कठिन और उलझाऊ थे। मैथ्स से जुड़े सवाल ज्यादा कठिन थे। जबकि लॉजिकल के सवाल मध्यम दर्जे के लेकिन उलझाऊ थे। अंग्रेजी में भी सामान्य स्तर के सवाल थे लेकिन कुछ सवालों से छात्र जूझते रहे। सामान्य ज्ञान के सवालों का स्तर उच्च कोटि का था। समाचार पत्रों के नियमित रूप से पाठकों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी। लीगल से सवाल मध्यम स्तर के थे लेकिन इस सेक्शन में भी कुछ सवाल बेहद उलझाऊ थे।
जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से पूछे सवाल
छात्रा श्रुति ने बताया कि जलवायु परिवर्तन से जुड़ा एक सवाल था कि विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से जुड़ी अनिवार्य आवश्यकता क्या है। इसके अलावे कोविड 19 और राफेल से जुड़े सवाल भी पूछे गए। क्लैट में भाग लेने वाले छात्रों अमृतांशु पुष्कर, साकेत , रौनक और समृद्धि की प्रतिक्रिया के अनुसार सवालों का स्तर काफी अच्छा था। जिस सवाल में उलझे उसे छोड़कर दूसरा सवाल हल करने लगे। लेकिन फिर से उस अधूरे सवाल का जवाब देने का समय नहीं मिला। जीके, इंग्लिश व अन्य सभी सेक्शन के कुछ सवाल माध्यम तो कुछ बेहद उलझाऊ थे। क्लैट पॉसिबल की ब्रांच मैनेजर क्रिष्टि ने बताया कि जो बच्चे सैम्पल पेपर से लगातार अभ्यास कर रहे थे उन्हें भी कठिनाई हुई है। कॉम्प्रीहेंशन आधारित सवाल ही थे लेकिन उलझाऊ सवालों की संख्या अच्छी खासी थी। सौ से ऊपर सवालों के सही जवाब देने वाले छात्रों का दाखिला शीर्ष लॉ यूनिवर्सिटी में होने के आसार हैं।