CBSE Term 1 Exam : सीबीएसई ने प्रश्नपत्रों को लेकर स्कूलों पर बढ़ाई सख्ती, कुछ निर्देशों से स्कूल परेशान
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई ) टर्म-1 परीक्षा में किसी तरह की लापरवाही नहीं चाहता। यही कारण है कि समय-समय पर वह परीक्षा संबंधी निर्देश जारी कर रहा है। इसमें एप पर रियल टाइम जानकारी देने...
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई ) टर्म-1 परीक्षा में किसी तरह की लापरवाही नहीं चाहता। यही कारण है कि समय-समय पर वह परीक्षा संबंधी निर्देश जारी कर रहा है। इसमें एप पर रियल टाइम जानकारी देने के भी निर्देश हैं। ऐसा न करने पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाने की भी बात है। हालांकि, स्कूलों का कहना है कि कुछ निर्देश उनके लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
सीबीएसई ने सीएमटीएम-सीएस एप डाउनलोड कर प्रश्नपत्र सहित अन्य गतिविधियों की रियल टाइम मॉनिटरिंग करने के लिए जियो टैगिंग के लिए कहा है। एप को डाउनलोड न करने वाले और समय पर जानकारी न भेजने वाले स्कूल प्रबंधन पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाने संबंधी मेल भेजने की बात भी शिक्षक बता रहे हैं। शिक्षकों का आरोप है कि एप में तकनीकी खामी है। परीक्षा के दिन सुबह प्रश्नपत्र बैंक के ब्रांच से लेते समय ऑब्जर्वर और केंद्र अधीक्षक दोनों को सेल्फी और फोटो रियल टाइम में एप पर अपलोड करनी होती है। आरोप है कि ये एप अक्सर फेल हो जाता है।
दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल्स प्रिंसिपल एसोसिएशन के महासचिव पीडी शर्मा ने बताया कि तकनीकी खामियों को तुरंत दूर करने की जरूरत है। उन्होंने सीबीएसई अधिकारियों से अनुरोध किया है कि तत्काल तकनीकी समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएं। साथ ही कहा कि जुर्माना वाले मेल जैसे नकारात्मक कदम न उठाए जाएं।
जाम से जूझना पड़ता है : पीडी शर्मा का कहना है कि अधिकांश स्कूलों के अधिकारियों को प्रश्नपत्र लेने दूर की शाखा में जाना पड़ता है। प्रश्नपत्र मिलने का समय भी 9 से 10 के बीच है इसी समय जाम भी लगा रहता है। यदि सीबीएसई स्कूलों के निकट के बैंक में प्रश्नपत्र की व्यवस्था करता तो हमें इस परेशानी से नहीं जूझना पड़ता।
अंक समय पर अपलोड नहीं करने पर जुर्माने का प्रावधान : सीबीएसई ने नवंबर में स्कूलों को नंबर अपलोड करने में देरी करने पर 50 हजार रुपये तक जुर्माना देने संबंधी निर्देश दिया था। बोर्ड ने कहा कि प्रैक्टिकल, इंटरनल और एसेमेंट के नंबर वेबसाइट पर अपलोड करना है। बोर्ड ने 23 दिसंबर तक सभी छात्र-छात्राओं के नंबर बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।
सोशियोलॉजी का प्रश्नपत्र औसत रहा: 12वीं के छात्रों का बुधवार को सोशियोलॉजी का प्रश्नपत्र था। छात्रों ने इसे औसत प्रश्नपत्र बताया है। राजधानी के काफी कम स्कूलों में 12वीं के सोशियोलॉजी का प्रश्नपत्र हुआ, क्योंकि इसे विषय के रूप में कम विद्यार्थियों ने चुना था।