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CBSE: 10वीं की परीक्षा के पैटर्न में भारी बदलाव, अंग्रेजी और गणित में दो स्तरीय परीक्षा

केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड ने (सीबीएसई) 10वीं के प्रश्न पत्रों में भारी बदलाव करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही प्रश्न पत्र के स्वरूप (पैटर्न) में भी बदलाव लाया जाएगा। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों...

CBSE: 10वीं की परीक्षा के पैटर्न में भारी बदलाव, अंग्रेजी और गणित में दो स्तरीय परीक्षा
एजेंसी,नई दिल्लीFri, 17 May 2019 07:52 AM
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केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड ने (सीबीएसई) 10वीं के प्रश्न पत्रों में भारी बदलाव करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही प्रश्न पत्र के स्वरूप (पैटर्न) में भी बदलाव लाया जाएगा। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (ऑब्जेक्टिव) को अधिक विविध बनाया जाएगा और सैद्धांतिक (थ्योरी) भाग में लघु उत्तरीय प्रश्नों की जगह दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। इससे सवालों की संख्या में भारी कमी हो जाएगी। सीबीएसई के अधिकारियों के मुताबिक रटकर पढ़ने की प्रवृत्ति की बजाय छात्रों में रचनात्मक लेखन की प्रवृत्ति को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। बोर्ड एक-एक अंक वाले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के मौजूदा स्वरूप में विविधता लाने के अन्य तरीके पर भी विचार कर रहा है। 

नमूना प्रश्नपत्र जारी किए जाएंगे

सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, यह बदलाव परीक्षा से पहले नियमित समीक्षा बदलाव का हिस्सा होगा। बदलाव हो जाने पर नमूना प्रश्नपत्र जारी किए जाएंगे ताकि छात्र प्रश्नपत्रों के स्वरूप से परिचित हो सकें और परीक्षा से पहले इनका अभ्यास कर सकें। बोर्ड के विशेषज्ञ प्रश्नों को कम करने और प्रत्येक प्रश्न का अंक बढ़ाने पर तथा छात्रों में रचनात्मक उत्तर लेखन को बढ़ावा देने पर भी विचार कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा, समूचे प्रश्नपत्र में फेरबदल नहीं होगा बल्कि मामूली बदलाव किए जाएंगे और छात्रों को इस बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है। प्रश्न पत्रों को जो भी स्वरूप या नमूना बनाया जाएगा उसे जुलाई में सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। इसे विद्यार्थी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। 

एक अंक के सवाल को कई तरह से पूछा जाएंगा

सीबीएसई के अधिकारी के मुताबिक वर्तमान में 20 अंकों के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं। इनमें कई तरह से बदलाव किए जाएंगे। इसे विविध बनाने की कोशिश की जाएगी। कुछ ऑब्जेक्टिव सवालों को बहुविकल्पीय उत्तरों में चयन करने के लिए कहा जाएगा। कुछ में खाली स्थानों को भरने के लिए कहा जाएगा जबकि कुछ के उत्तर को एक शब्द या वाक्य में लिखने के लिए कहा जाएगा। पहले सिर्फ बहुविकल्पीय उत्तरों वाले एक अंक के सवाल पूछे जाते थे। 

दीर्घ उत्तरीय सवाल पर ज्यादा जोर

सीबीएसई ने बताया कि प्रश्न पत्र के थ्योरी वाले भाग में व्यापक वदलाव करने का विचार किया जा रहा है। अब तक सीबीएसई बोर्ड में लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाते हैं जिसका उत्तर अधिकतम 50 से 100 शब्दों में देना होता है। यह 60 अंकों का होता है। लघु उत्तरीय प्रश्नों को दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में बदला जाएगा ताकि एक प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी सौ शब्दों से ज्यादा में दे सके। इससे विद्यार्थियों के रचनात्मक प्रतिभा को पहचानने में मदद मिलेगी। जो विद्यार्थी अपने उत्तर में जितनी रचनात्मकता का परिचय देगा, उसे उतने अधिक अंक दिए जाएंगे। 90 के दशक से पहले ऐसा ही होता था। पर इसके बाद प्रश्नपत्रों को आसान बना दिया गया। वर्तमान पैटर्न में विद्यार्थी को प्रश्न पत्र का सैट उपलब्ध करा दिया जाता है।

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