CBSE exam 2023: बिहार के दस हजार छात्रों के परीक्षा फॉर्म में त्रुटि
बिहार के दस हजार छात्रों के परीक्षा फॉर्म में त्रुटि article image 01 इस तरह की त्रुटियां मिलीं ● छात्र व माता-पिता का नाम गलत लिखा गया है ● दसवीं के छात्र में मैथेमेटिक्स स्टैंडर्ड और मैथेमेटिक्स ब

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और 12वीं कक्षा के एलओसी (लिस्ट ऑफ कैडिडेंट्स) या परीक्षा फॉर्म भरने में कई त्रुटियां सामने आई हैं। बिहार के दस हजार से अधिक छात्रों के एलओसी में गड़बड़ी पकड़ में आयी है।
बोर्ड की मानें तो एलओसी में छात्र या छात्राओं का जो ब्योरा स्कूलों की ओर से भरा गया है, वो स्कूल के रिकॉर्ड से अलग है। ऐसे में स्कूल प्रशासन को स्कूल के रिकॉर्ड के अनुसार ही सारी जानकारी देनी है। इसके लिए बोर्ड ने 30 नवंबर से छह दिसंबर तक त्रुटि सुधार करने को सेंट्रलाइज्ड एडमिशन मास्टर करेक्शन पोर्टल (सीएएमसी) बनाया है। यहां पर स्कूल प्रशासन सुधार कर सकते है। स्कूल प्रशासन को छात्रों द्वारा दी गयी सारी जानकारी का स्कूल रिकॉर्ड से मिलान करना है। इसके बाद फिर बोर्ड को संशोधित एलओसी भेजनी है। बोर्ड ने कहा है कि एलओसी भरने में कई स्कूल गंभीर नहीं हैं। स्कूलों द्वारा मिलान नहीं किया जाता है। छात्रों के नाम, माता-पिता का नाम, विषय कोड, सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन आदि को भरने में गलतियां हुई हैं। इसे छह दिसंबर तक सुधार करने का मौका दिया गया है। अगर स्कूल सुधार नहीं करते हैं तो फिर बोर्ड द्वारा मौका नहीं दिया जायेगा। बोर्ड की मानें तो दसवीं-12वीं एलओसी के अलावा नौवीं और 11वीं रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भी मिलान करने के बाद ही भेजने का निर्देश दिया है।
बोर्ड के अहम निर्देश नाम में पूरा बदलाव नहीं होगा। स्पेलिंग मिस्टेक में सुधार किया जा सकता है।
माता पिता का नाम, जन्मतिथि में कोई बदलाव नहीं होगा। अगर किसी स्कूल ने जानबूझ कर गलत जानकारी डाली है तो ऐसे स्कूल की संबंद्धता खत्म हो सकती है।
दसवीं के छात्र में मैथेमेटिक्स स्टैंडर्ड और मैथेमेटिक्स बेसिक का विषय कोड गलत लिखा है
● दसवीं और 12वीं में हिंदी, उर्दू, हिंदी इलेक्टिव, इंग्लिश कोर, इंग्लिश इलेक्टिव, संस्कृत कोर और संस्कृत इलेक्टिव के विषय कोड गलत लिखा है
● सीबीएसई ने सुधार के लिए बनाया गया पोर्टल