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CBSE Exam 2020 : 1500 छात्रों ने कहा, बीमार हैं- सीबीएसई बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाएंगे

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं प्रायोगिक परीक्षा शुरू हो चुकी है। परीक्षा में शामिल होने के बदले कई परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं होने का आवेदन दे रहे हैं। विद्यार्थी स्कूल और...

CBSE Exam 2020 : 1500 छात्रों ने कहा, बीमार हैं- सीबीएसई बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाएंगे
वरीय संवाददाता,पटनाSat, 04 Jan 2020 08:47 AM
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं प्रायोगिक परीक्षा शुरू हो चुकी है। परीक्षा में शामिल होने के बदले कई परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं होने का आवेदन दे रहे हैं। विद्यार्थी स्कूल और क्षेत्रीय कार्यालय के साथ सीबीएसई दिल्ली को आवेदन लिखकर बीमार होने की जानकारी दे रहे हैं। बिहार से अब तक 1500 से अधिक आवेदन बोर्ड को मिले हैं।

सीबीएसई 12वीं की सैद्धांतिक परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होगी। प्रायोगिक परीक्षा के लिए रोल नंबर भी जारी कर दिया गया है। ज्ञात हो कि बड़ी संख्या में बच्चे इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा या दूसरे शहर जाते हैं, लेकिन वहां रूटीन नियमित नहीं होने से वो बीमार पड़ जाते हैं। बोर्ड सूत्रों की मानें तो हर साल ऐसे छात्रों का आवेदन आता है, जो बीमार होने के कारण परीक्षा नहीं देना चाहते हैं। 

प्राइवेट रूप से दे पाएंगे परीक्षा 
जो छात्र बीमार होने के कारण परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं अब उन्हें प्राइवेट परीक्षार्थी के तौर पर परीक्षा देनी होगी। ऐसे परीक्षार्थियों का एक साल बर्बाद हो गया। अब छात्रों को 2021 की परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। बोर्ड की मानें तो अब ये छात्र प्राइवेट तौर पर ही परीक्षा दे पायेंगे। 
बोर्ड हुआ अब सख्त 
कोचिंग के बदले विद्यार्थी स्कूल की पढ़ाई पर ध्यान दें। इसके लिए बोर्ड ने 75 फीसदी उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है। जिन छात्रों का 75 फीसदी एटेंडेंस होगा, उन्हें ही बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का मिलेगा। 

अभिभावक की बातें : 
अप्रैल में बेटे को कोटा भेजा था। इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए भेजे थे, लेकिन वहां पर खाने-पीने की बहुत दिक्कत हुई। बाहर के खाने से पहले पेट की दिक्कत हुई। उसके बाद जॉन्डिस हो गया। तीन महीने से कुछ पढ़ाई नहीं कर पाया है। इससे बोर्ड परीक्षा नहीं दे पायेगा। - अभिषेक कुमार, अभिभावक 

प्रिया शर्मा अभिभावक- इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए बेटी को कोटा भेजा था। लेकिन एक महीने के बाद ही सिर में दर्द शुरू हुआ। पढ़ नहीं पाती थी। डेढ़ महीने के बाद वापस बुला लिया। माइग्रेन की दिक्कत है। डॉक्टर से दिखाने पर पता चला कि तेज गर्मी के कारण यह हुआ है। कोटा में बहुत ज्यादा गर्मी थी। - 

संयम भारद्वाज (परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई) ने कहा- बीमार होने की जानकारी परीक्षार्थियों द्वारा दी जाती है। इसकी सूचना मेरे पास भी आयी है। कोचिंग करने के लिए बाहर जाने वाले ज्यादातर बच्चे इसमें शामिल हैं। बीमार होने की वजह बता कर ये परीक्षा नहीं देना चाह रहे हैं। 

 

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