सीबीएसई 12वीं परीक्षा 2019: कॉमर्स स्टूडेंट यूं करें बिजनेस स्टडीज पेपर की तैयारी
बिजनेस स्टडीज एक ऐसा विषय है, जिसमें थोड़ी सी ही सावधानी रखने पर छात्र पूरे अंक प्राप्त कर सकते हैं। यह एक पूरी तरह से थ्योरी पर आधारित विषय है। बिजनेस स्टडीज का प्रश्न पत्र कुल 100 अंकों का होता है,...
बिजनेस स्टडीज एक ऐसा विषय है, जिसमें थोड़ी सी ही सावधानी रखने पर छात्र पूरे अंक प्राप्त कर सकते हैं। यह एक पूरी तरह से थ्योरी पर आधारित विषय है। बिजनेस स्टडीज का प्रश्न पत्र कुल 100 अंकों का होता है, जिसमें 80 अंकों का थ्योरी सेक्शन आता है और 20 अंक प्रैक्टिकल के लिए निर्धारित किये जाते हैं। इस वर्ष से वैल्यू बेस्ड प्रश्न (मूल्य आधारित) को पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है।
जरूरी बातें
' पूरा पेपर दो हिस्सों में विभाजित होता है। .
' सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य होता है। .
' प्रश्नों में इंटरनल चॉइस होती है, पर यह चॉइस उसी अध्याय से होती है। .
' कुछ प्रश्न केस स्टडी के आते हैं। .
' इसमें प्रश्न डायरेक्ट और सेमी डायरेक्ट हैं। .
' प्रश्न पत्र में आये केस स्टडी वाले प्रश्नों में शब्द सीमा लागू नहीं होती। .
मार्किंग
इस पेपर में कुल 25 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रैक्टिकल के लिए कोई विशेष समय सीमा निर्धारित नहीं होती और उसमें मौखिक प्रश्नों तथा प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर नंबर दिये जाते हैं।
' एक अंक वाले कुल 8 प्रश्न हैं।.
' एक अंक वाले प्रश्नों का उत्तर एक शब्द या एक वाक्य में देना होता है। .
' तीन अंकों वाले कुल 5 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें 3 प्रश्न केस स्टडी के तथा 2 प्रश्न डायरेक्ट होते हैं। .
' तीन अंकों वाले प्रश्नों का उत्तर 50 से 75 शब्दों के बीच देना होता है। .
' चार अंकों वाले कुल 6 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें 4 प्रश्न केस स्टडी के तथा 2 प्रश्न डायरेक्ट होते हैं।.
' 4 अंकों वाले प्रश्नों का उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में देना होता है। .
' पांच अंकों वाले कुल 3 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें 2 प्रश्न केस स्टडी के तथा एक प्रश्न डायरेक्ट होता है। .
' पांच अंकों वालेे प्रश्नों का उत्तर 150 से 200 शब्दों में दें। .
' छह अंकों वाले 3 प्रश्न होते हैं, जिनमें तीनों प्रश्न केस स्टडी पर आधारित होते हैं। .
' केस स्टडी वाले प्रश्नों का उत्तर आप अपनी इच्छानुसार विस्तार से दे सकते हैं। .
- प्रश्न पत्र को पढ़ने के लिए मिलने वाले 15 मिनट में ध्यानपूर्वक प्रश्न पत्र पढ़कर उसे हल करने की योजना बनाएं। .
- एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तक बोर्ड की परीक्षाओं के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होती हैं, इसलिए उनका अध्ययन जरूर करें। .
- पिछले वर्षों के बोर्ड के प्रश्न पत्रों का अभ्यास अवश्य करें, क्योंकि इससे आपको प्रश्न पत्र के प्रारूप को समझने में आसानी होगी। .
- लंबे अनुच्छेदों का प्रयोग न करें। .
- जहां जरूरत हो वहां बुलेट पॉइंट्स का प्रयोग जरूर करें। .
- महत्वपूर्ण बिंदुओं और हेडिग्ंस को अंडरलाइन अवश्य करें। .
- केस स्टडीज वाले प्रश्नों में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि पहले प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ा जाए और फिर केस स्टडीज को पढ़ें। इससे समय की बचत होगी और आप आसानी से केस स्टडीज को हल कर पाएंगे। .
- जिन प्रश्नों में अंतर पूछा गया है उनका उत्तर हमेशा टेबल बनाकर ही दें और अंतर के आधार को लिखना न भूलें। .
सामान्य गलतियां
- 5 और 6 अंकों वाले प्रश्नों में फ्लो चार्ट और डायग्राम का यथासंभव उचित प्रयोग करें। इससे आपको अच्छे अंक हासिल करने में मदद मिलेगी।
- सहमति और असहमति वाले प्रश्नों में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए उचित बिंदु एवं तर्कों का प्रयोग करें।
- किसी भी प्रश्न का उत्तर देते हुए अपने पक्ष से बिलकुल ना भटकें। .
- घबराएं नहीं, क्योंकि घबराहट से आप याद किया भी भूल सकते हैं। .
- अति उत्साह में पेपर पूरा हो जाने के बाद उसे ना दोहराने की गलती बिल्कुल न करें।
- प्रत्येक उत्तर के बाद एक लाइन छोड़कर ही अगला उत्तर लिखना शुरू करें। .
- किसी प्रश्न का हल ना आने पर उस पर बहुत ज्यादा समय सोचने में ना गंवाए। .
एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर
अजय कुमार , प्रिंसिपल, सर्वोदय बाल विद्यालय, पूर्वी विनोद नगर (जय प्रकाश नारायण), दिल्ली-110091
कक्षा : 12वीं