CBSE 10th 12th: अब 10वीं और 12वीं में कंप्यूटर की बुद्धि क्षमता पढ़ेंगे छात्र
CBSE: कंप्यूटर का दिमाग इतना तेज कैसे है। किस तरह से कंप्यूटर की बुद्धि क्षमता काम करती है। इसकी जानकारी अब स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थी ले पायेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा...
CBSE: कंप्यूटर का दिमाग इतना तेज कैसे है। किस तरह से कंप्यूटर की बुद्धि क्षमता काम करती है। इसकी जानकारी अब स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थी ले पायेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 2019-20 सत्र से कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) को विषय के रूप में जोड़ा जा रहा है। बोर्ड ने इसकी जानकारी सभी स्कूलों को दे दी है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विषय के अलावा दो विषय बचपन की देखभाल और शिक्षा (अरली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन) और योगा की पढ़ाई भी शुरू करने जा रहा है।
इन तीनों विषयों को छात्र वैकल्पिक विषय के तौर पर पढ़ सकते हैं। बोर्ड की मानें तो 9वीं से 12वीं तक के लिए यह शुरू किया गया है। 9वीं और 10वीं में छह विषय के रूप में इन तीनों विषयों को छात्र ले सकते हैं। वहीं 11वीं और 12वीं में छठे और सातवें विषय के रूप में स्किल सब्जेक्ट की पढ़ाई कर पायेंगे। 11वीं और 12वीं में तीसरी भाषा के बदले भी छात्र इन विषयों की पढ़ाई कर पायेंगे।
स्किल सब्जेक्ट की होगी पढ़ाई
सीबीएसई में स्किल सब्जेक्ट की पढ़ाई कई सालों से हो रही है। हर साल कोई न कोई विषय जोड़ा जा रहा है। अभी 10वीं में 17 स्किल विषय की पढ़ाई होगी। वहीं 11वीं और 12वीं में अब कुल 39 स्किल विषय हो गए हैं। ये कुल 100 अंकों के होते हैं। इनमें 50 थ्योरी और 50 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा होगी।
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स्कूलों को करना होगा आवेदन
इन तीनों स्किल विषयों को स्कूल में लागू करने के लिए स्कूल को आवेदन करना होगा। सीबीएसई ने स्कूलों को तीनों कोर्स करने का ऑफर दिया है। कोर्स चलाने के लिए स्कूलों को दो हजार से लेकर 20 हजार तक की फीस भी देनी होगी। स्कूल के प्राचार्य बोर्ड की वेबसाइट पर आवेदन को डाउनलोड कर सकते हैं। कोर्स के लिए स्कूल में इन विषयों के एक्सपर्ट शिक्षक भी होने चाहिए।
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डॉ. विश्वजीत साहा (निदेशक, ट्रेनिंग एंड स्किल एजुकेशन) ने कहा- छात्रों को हर विषय की जानकारी स्कूल स्तर पर ही हो, इसके लिए इन विषयों को जोड़ा गया है। अब हर काम कंप्यूटर पर होता है। हम जो चाहें कंप्यूटर से प्राप्त कर लेते हैं। कंप्यूटर कैसे इन चीजों को पता करता है, उस कृत्रिम बुद्धिमता को छात्र अब विषय के तौर पर पढ़ पाएंगे।