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BTech और BE में क्या है फर्क, जानें इंजीनियरिंग के लिए कौन सी डिग्री है ज्यादा फायदेमंद

BTech vs BE : इंजीनियरिंग करना चाह रहे बहुत से स्टूडेंट्स के मन में सवाल होता है कि बीटेक किया जाए या फिर बीई। दोनों के बीच अंतर को लेकर वह कंफ्यूज रहते हैं। यहां जानें कौन सी डिग्री है बेहतर।

BTech और BE में क्या है फर्क, जानें इंजीनियरिंग के लिए कौन सी डिग्री है ज्यादा फायदेमंद
Pankaj Vijayलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीSat, 22 Oct 2022 10:03 AM

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BTech vs BE : 12वीं पास करने के बाद इंजीनियरिंग करना चाह रहे बहुत से स्टूडेंट्स के मन में सवाल होता है कि बीटेक किया जाए या फिर बीई। स्टूडेंट्स बीटेक (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी) और बीई (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) के बीच फर्क और समानता को लेकर अकसर कंफ्यूज रहते हैं। इन दोनों कोर्सेज को समान महत्व दिया जाता है। दोनों डिग्रियां एक जैसी लगती हैं। दोनों ही चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स हैं जिसमें 12वीं के बाद जेईई मेन या अन्य कोई इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देकर एडमिशन लिया जा सकता है। दरअसल भारत में बहुत से विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग समेत आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स आदि विषयों की डिग्रियां देते हैं। जिस तरह से ये विश्वविद्यालय बैचलर ऑफ आर्ट्स को बीए और बैचलर ऑफ कॉमर्स को बीकॉम की डिग्री देते हैं उसी तरह से ये बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग करने वाले को बीई डिग्री का नाम देते हैं। वहीं दूसरी तरफ देश में बहुत से टेक्निकल इंस्टीट्यूट हैं जो अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री को बीटेक का नाम देते हैं। 

आईआईटी व एनआईटी टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स बीटेक की डिग्री देते हैं। ऐसा नहीं है कि सभी इंस्टीट्यूट्स बीटेक के नाम से डिग्री देते हैं। प्रतिष्ठित बिट्स पिलानी इंस्टीट्यूट बीई की डिग्री देता है। 

- बीटेक और बीई की डिग्री में मुख्य अंतर इन कोर्सेज की पढ़ाई के तौर तरीकों में बताया जाता है। बीटेक के कोर्स  का सिलेबस स्किल ओरिएंटेड माना जाता है। इसमें थ्योरी की बजाय प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर दिया जाता है। जबकि बीई में थ्योरी और फंडामेंटल्स पर ज्यादा जोर दिया जाता है। बीई में जहां इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझा जाता है वहीं बीटेक में साइंस के टेक्निकल पहलु व एप्लीकेशंस को समझा जाता है। 

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- बीटेक के सिलेबस व कोर्स में जहां इंटर्नशिप व इंडस्ट्री से साथ संपर्क को अनिवार्य माना जाता है वहीं ज्यादातर जगहों पर बीई कोर्स में  इंडस्ट्रियल विजिट्स जरूरी हिस्सा नहीं होते। 

- बीटेक की डिग्री जहां टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड है वहीं बीई की डिग्री नॉलेज ओरिएंटेड है। 

- इन सबके अलावा बीटेक कोर्स बीई की तुलाना में इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के मुताबिक ज्यादा अपडेट किया जाता है। 

हालांकि बहुत से एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीई और बीटेक के बीच का फर्क ऐतिहासिक है। बीई थ्योरिटिकल है और बीटेक प्रैक्टिकल, यह एक गलतफहमी चली आ रही है। वर्तमान में कोर्स दोनों का लगभग समान है लेकिन दृष्टिकोण अलग अलग हो सकते हैं।

सरकार के नियमों के मुताबिक दोनों डिग्रियां समान
AICTE बीई व बीटेक दोनों को समान समझता है। अवसरों के मामले में दोनों ही डिग्रियों को समान मान्यता प्राप्त है। अगर कोई नौकरी बीटेक डिग्रीधारक के लिए निकलती है तो उसमें बीई वाला भी आवेदन कर सकता है। भारत और दूसरे देशों में दोनों ही डिग्रियां समान अवसर देती हैं।

दोनों ही स्टूडेंट्स बीई व बीटेक ने के बाद एमई, एमबीए और एमएससी जैसे कोर्स करने के अलावा एमटेक एमएस जैसे डिग्री के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। छात्र चाहें तो एमबीए भी कर सकते हैं।

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