हिंदी में BTech : AICTE और शिक्षा मंत्रालय तैयार कर रहे किताबें
एनआईटी से इसी सत्र से बीटेक पहले सेमस्टर से हिन्दी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प शुरू करने के निर्णय के बीच सबसे बड़ी असमंजस किताबों को लेकर है। पुस्तकालय से लेकर बाजार तक अंग्रेजी माध्यम की ही...

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एनआईटी से इसी सत्र से बीटेक पहले सेमस्टर से हिन्दी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प शुरू करने के निर्णय के बीच सबसे बड़ी असमंजस किताबों को लेकर है। पुस्तकालय से लेकर बाजार तक अंग्रेजी माध्यम की ही इंजीनियरिंग की अधिकतर किताबें उपलब्ध हैं। ऐसे में किताबों की अनुपलब्धता में छात्रों को कठिनाई हो सकती है।
हालांकि एनआईटी पटना के निदेशक पीके जैन इसे बड़ी समस्या नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई की ओर से इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। इतनी बड़ी पहल शुरू करने से पहले इसकी बड़ी तैयारी भी की गई है। लगभग 16-17 भाषाओं में किताबों का अनुवाद तैयार है। हिंदी में भी पुस्तकों का अनुवाद उपलब्ध होगा। छात्र उन किताबों से ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई कर सकेंगे। निदेशक के अनुसार यह समस्या इसलिए नहीं बनेगी क्योंकि अभी पहले सेमेस्टर में इसे कुछ विषयों में इसे लागू किया गया है। पहला सेमेस्टर विषयों का एक तरह से परिचयात्मक सेमेस्टर होता है। तब तक आगे के सेमेस्टर के लिए भी हिंदी में पाठ्य सामग्री उपलब्ध हो जाएगी। एनआईटी पटना में भी इसे चरणबद्ध तरीके से आगे विस्तार दिया जाएगा। कहा देशभर में इस दिशा में काम हो रहा है। अड़चनों और छात्रों की प्रतिक्रिया के आधार पर उसका आगे भी समाधान निकाला जाएगा।
इस तरह होंगी तकनीकी शब्दावलियां
- कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग- संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी
- आर्किटेक्चर प्लानिंग एंड रिसर्च- वास्तुकला, योजना और अभिकल्प
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग - यांत्रिक अभियांत्रिकी
- मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी- पदार्थ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- सिविल इंजीनियरिंग- सिविल अभियांत्रिकी
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग- विद्युतीय अभियांत्रिकी
आईआईटी बीएचयू के शिक्षकों की ओर से तकनीकी शब्दावली का अनुवाद किया जा रहा है। सभी विभाग इस दिशा में अलग से काम कर रहे हैं। संस्थान की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप अनुदान भी दिया जा रहा है।
