BSEB Bihar Board Matric Inter Exam 2021 : अगले माह बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देने जा रहे हजारों परीक्षार्थियों ने सुरक्षा कारणों और खराब तैयारी के चलते एग्जाम स्थगित करने की मांग की है। विद्यार्थियों का कहना है कि महीनों तक स्कूल बंद रहने के कारण उनकी पढ़ाई नहीं हो सकी है। उनके पास ऑनलाइन कक्षा की सुविधा भी नहीं थी। उन्हें कोर्स की रिविजन करने का भी समय नहीं मिल पाया है।
गौरतलब है कि बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 1 से 13 फरवरी और मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी से 24 फरवरी के बीच आयोजित होने जा रही है।
विद्यार्थियों ने कहा कि बिहार बोर्ड उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उसने कोविड-19 की स्थिति में भी सीबीएसई जैसे केंद्रीय बोर्डों की तरह न तो परीक्षा का शेड्यूल दो से तीन महीने आगे खिसकाया है और न ही कोर्स कम किया है। परीक्षार्थियों ने कहा कि बिहार बोर्ड अपने परीक्षा कैलेंडर पर अड़ा हुआ है।
एक सरकारी स्कूल के 12वीं के छात्र अमित कुमार ने कहा, 'मेरे स्कूल में पिछले 10 माह से कोई ऑनलाइन क्लास नहीं हुई है। हमें तैयारी के लिए ज्यादातर ट्यूशन पर निर्भर होना पड़ता है लेकिन कोविड-19 के चलते वो भी बंद हो गए। मुझे शक है कि मैं पास भी हो पाऊंगा या नहीं।'
17 वर्षीय छात्र ने कहा, 'बीएसईबी हमारे साथ अन्याय कर रहा है। न तो सिलेबस कम किया गया है और न ही तैयारी के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। ऐसी स्थिति में अन्य बोर्ड के छात्रों से पिछड़ जाएंगे। अन्य बोर्डों के छात्रों की तुलना में हमारे कम मार्क्स आएंगे और हम उच्च शिक्षा में उनसे पीछे रहेंगे, साथ ही अच्छे कॉलेजों में भी सीट हासिल नहीं कर पाएंगे।'
12वीं कक्षा की एक अन्य छात्रा सुप्रिया रानी ने कहा, 'परीक्षा में 10 दिन भी नहीं बचे हैं और मेरे आत्मविश्वास की स्थिति खराब है। फिजिक्स व मैथ्स के कई टॉपिक्स सही तरह से समझ नहीं सकी हूं।'
पटना, गया और मुंगेर के कई स्कूलों में बहुत से शिक्षकों व विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने की घटना सामने आने के बाद छात्रों ने कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल पर भी सवाल खड़े किए हैं।
अपनी मांग को और तेज करने के लिए विद्यार्थियों ने हैश टैग #postpone_biharboardexam2021 के साथ ट्विटर पर भी अभियान छेड़ दिया है।
शास्त्री नगर कन्या विद्यालय की एक शिक्षिका ने कहा कि स्कूल खुलने के बाद भी स्टूडेंट्स की उपस्थिति काफी कम रही। अधिकांश छात्र ज्यादातर टॉपिक से अनजान हैं। इस वर्ष पास प्रतिशत गिरेगा।
इस बीच बिहार बोर्ड अधिकारियों ने परीक्षा आयोजित करने की तैयारी तेज कर दी है। एक बोर्ड अधिकारी ने कहा, 'सोशल डिस्टेंसिगं के साथ परीक्षा कराने के लिए वन बेंच-वन स्टूडेंट फॉर्मूला अपनाया जाएगा। इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। पेपर आसान बनाने के लिए प्रश्न पत्र में ऑप्शनल प्रश्नों की संख्या बढ़ाई गई है।'