BPSC ऑफिस से बोल रहा हूं, TRE में पास करा दूंगा अगर अकाउंट... , आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए जारी की कड़ी चेतावनी
बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से चयन करवाने के नाम पर पैसे मांग रहे जालसाजों से सावधान रहने की अपील की है। बीपीएससी ने कहा है कि आयोग की परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है।
बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से चयन करवाने के नाम पर पैसे मांग रहे ठगों से सावधान रहने की अपील की है। बीपीएससी ने कहा है कि आयोग की परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। अगर कोई शख्स किसी परीक्षार्थी को फोन करके पास कराने का लालच दे रहा है तो वह पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहा है। आयोग ने कहा है कि परीक्षार्थी ऐसे व्यक्तियों के नाम, मोबाइल नंबर वगैरह डिटेल्स स्थानीय थाना या आर्थिक अपराध इकाई में दे सकता है या फिर आयोग के संपर्क नंबर 8986422296 पर भी सूचना दे सकता है।
आयोग ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि कोई भी अभ्यर्थी या अभिभावक इस तरह के लालच में आकर किसी व्यक्ति को परीक्षाओं में सफल होने के लिए राशि देने या राशि देने के काम में लिप्त पाए जाते हैं या इस तरह की अफवाह फैलाने में लिप्त पाए जाते हैं तो वैसे परीक्षार्थियों की अभ्यर्थिता को रद्द करते हुए आयोग की आगामी परीक्षाओं से प्रतिबंधित किया जाएगाष साथ ही अभिभावकों पर भी जुर्माना लगाकर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लालच देकर सफल कराने का दावा करने या ऐसी अफवाह फैलाने वाले तत्वों पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 की सुसंगत धारओं के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी।
आयोग ने कहा कि इस तरह की घटनाओं के संबंध में आयोग का पक्ष जाने बिना सोशल मीडिया के माधा्यम से अभ्यर्थियों को गुमराह करने वाले यूट्यूब चैनल, कोचिंग संस्थान या अन्य तत्वों पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के लिए आयोग स्वतंत्र होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये ठग फोन करके खुद को बीपीएससी अधिकारी बताते हैं। अभ्यर्थी की डिटेल बताकर उन्हें भरोसे में लेते हैं। बताया जा रहा है कि पास करने के लिए ये 50 हजार से लेकर एक लाख तक रुपयों की मांग कर रहे हैं। आधा पैसा एडवांस मांग रहे हैं। बीपीएससी ने कहा है कि उनके ऑफिस से ऐसा कोई कॉल नहीं किया जा रहा और न ही डेटा लीक हुआ है। अभ्यर्थी ठगों से सावधान रहें। पूरे मामले पर बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई ने कहा कि अभी आंसर-की जारी नहीं की गई है। ऐसे में कट ऑफ और मार्क्स की जानकारी कोई कैसे लगा सकता है। साइबर कैफे से जब छात्र फॉर्म भरते हैं। उसी समय उनका डेटा लीक होता है। इस आधार पर फ्रॉड कॉल्स आते हैं। बीपीएससी ऑफिसर के अंदर सब कुछ गोपनीय रहता है