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बिहार : लॉकडाउन में छूट मिलते ही स्कूलों में शुरू होंगे 9वीं में बचे एडमिशन

बिहार में आठ जून बाद यदि लॉकडाउन में छूट मिलती है और सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विद्यालय आने का निर्देश मिलता है तो स्कूलों में पेंडिंग कार्यों को पूरा कराना उनकी प्राथमिकता होगी। खासतौर से सरकारी...

बिहार : लॉकडाउन में छूट मिलते ही स्कूलों में शुरू होंगे 9वीं में बचे एडमिशन
वरीय संवाददाता,पटनाTue, 08 Jun 2021 09:40 AM
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बिहार में आठ जून बाद यदि लॉकडाउन में छूट मिलती है और सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विद्यालय आने का निर्देश मिलता है तो स्कूलों में पेंडिंग कार्यों को पूरा कराना उनकी प्राथमिकता होगी। खासतौर से सरकारी स्कूलों की 9वीं कक्षा और प्लस टू विद्यालयों में इंटर में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों का इंतजार खत्म होगा। गौरतलब है कि 5 अप्रैल से राज्यभर के सभी स्कूल व शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। इससे पूर्व नामांकन अभियान चल रहा था, जिसमें बिना परीक्षा आठवीं कक्षा तक के बच्चों को प्रमोट तो कर दिया गया था लेकिन टीसी नहीं मिल पाने से सभी बच्चे हाईस्कूलों में दाखिला नहीं करा सके थे। वहीं अप्रैल के आरंभ में बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम तो दे दिया लेकिन उत्तीर्ण विद्यार्थियों के इंटर में दाखिले की राह में कोरोना का संक्रमण आ खड़ा हुआ। अब जबकि स्थिति नियंत्रण में है तो इंटर कक्षा में दाखिले के साथ ही स्कूल खुलने पर सबसे पहले हाईस्कूलों में 9वीं कक्षा में बचे-खुचे बच्चों की भर्ती ली जाएगी। 

साथ ही राज्य के वैसे सरकारी व निजी स्कूल जिन्होंने यू-डायस मैंपिंग में अपने आंकड़े, उपलब्धियां और आधारभूत संरचनाओं को दर्ज नहीं किया है वे अब इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरे करेंगे।  ज्ञात हो कि राज्य के माध्यमिक शिक्षा के घोषित कैलेंडर के मुताबिक 10 जून तक हाईस्कूल व प्लस टू विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी रहती है। संभव है कि इसके बाद ही शिक्षक विद्यालय बुलाये जाएं। 

- बोर्ड का रिजल्ट दो माह पहले आया, अब जाकर इंटर दाखिला प्रक्रिया आरम्भ हो सकेगी
- शैक्षिक कैलेंडर के मुताबिक 10 जून तक गर्मी छुट्टी, 11 से स्कूल जा सकते हैं शिक्षक

काफी बच्चे अभी दाखिले से वंचित हैं
यह भी संभव है कि फिलहाल 33 फीसदी या 50 फीसदी शिक्षकों को ही बुलाया जाय। हालांकि 9वीं के नामांकन में इसका कोई खास असर नहीं होगा। हाईस्कूल के कार्यालय खुल जाएं तो नामांकन से छूटे बच्चे और उनके अभिभावक पहुंचने लगेंगे। 9वीं कक्षा में सरकारी विद्यालयों में औसतन 14 लाख नामांकन पिछले कुछ सालों से हो रहा है। विभाग को स्कूलबंदी के पहले मिले आंकड़े महज 6-7 लाख नामांकन के हैं। इस लिहाज से अभी काफी बच्चे छूटे हैं जिनका अब तेज गति से दाखिला लिया जाएगा।  

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