CBSE पैटर्न पर बिहार बोर्ड ने भाषा विषय के परीक्षा पैटर्न मे किया बदलाव
बिहार बोर्ड (बीएसईबी) ने सीबीएसई एग्जाम पैटर्न की तर्ज भाषा विषय की परीक्षा में भी बदलाव किए हैं। बिहार बोर्ड (बिहार विद्यालय परीक्षा समिति) ने अब इंटर में 50-50 अंकों के भाषा प्रश्न पत्र को खत्म कर...
बिहार बोर्ड (बीएसईबी) ने सीबीएसई एग्जाम पैटर्न की तर्ज भाषा विषय की परीक्षा में भी बदलाव किए हैं। बिहार बोर्ड (बिहार विद्यालय परीक्षा समिति) ने अब इंटर में 50-50 अंकों के भाषा प्रश्न पत्र को खत्म कर दिया गया। वहीं पास करने की व्यवस्था में भी बदलाव किया है। अब छठे विषय में पास लेकिन मेन विषय मे फेल होने पर विषय को बदल सकते है। वर्ष 2020-22 से कक्षा 11 व 12 के लिए ये विषय योजना लागू की गई है। बिहार बोर्ड ने सीबीएसई, राजस्थान बोर्ड ( RBSE ), मध्य प्रदेश बोर्ड और छत्तीसगढ़ बोर्ड की विषय योजनाओं का अध्ययन कर ये नया पैटर्न लागू किया है।
- अभी हाल में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने भी ऐसा किया है। इसके अलावा बिहार बोर्ड इंटर साइंस के मैथ वाले छात्र अब विकल्प के रूप में बायो ले सकेंगे। जबकि पहले ऐसा नहीं था।
- अब इंटर में 100 अंक का हिंदी का पेपर और 100 अंक का दूसरी भाषा का पेपर ले सकेंगे।
- अगर किसी छात्र ने कुल 6 विषयों का चयन किया है, और वह अगर प्रथम पांच विषय में से किसी एक विषय में फेल हो जाता है तो वह विषय छठे (अतिरिक्त विषय) के अंक से चेंज कर दिया जाएगा, बशर्ते कि चेंज करने के बाद पांच उत्तीर्ण विषयों में एक हिन्दी या अंग्रेजी जरूर होगा।
- वैसे स्टूडेंट्स जिन्होंने छठे अतिरिक्त विषय का चयन किया है, सभी 6 विषयों में पास हैं तो पास प्रतिशत की गणना नामांकन लेने वाले विश्वविद्यालय या नियोजक के द्वारा अपने निर्धारित क्वालिफिकेशन के अनुरूप किया जाएगा।
छात्रों को फायदा
- छात्र अब एक साथ दो विषय को पढ़ पाएंगे।
- अब विषय पढ़ने में उनके पास अधिक ऑप्शन होंगे
- इसके आलावा इससे इंटर में पास परसेंटेज बढ़ेगा
- अगर किसी स्टूडेंट को विषय परिवर्तन करना है तो वो भी वो कर सकेंगे।