कोरोना काल में भी बिहार कृषि विवि ने शोध कार्य जारी रखा : कुलाधिपति
बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने आज यहां कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने अपने गुणोत्तर शिक्षा और शोध का कार्य निरंतर जारी रखा जिससे यहां के छात्र और...
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बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने आज यहां कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने अपने गुणोत्तर शिक्षा और शोध का कार्य निरंतर जारी रखा जिससे यहां के छात्र और किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
श्री चौहान ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के 12वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि बिहार को विरासत में मिली बौद्धिक संपदा भागलपुरी कतरनी धान, जदार्लू आम, मगध की मगही पान और मुजफ्फरपुर की शाही लीची कोविश्वविद्यालय ने जीआई टैग करा कर अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। जल्द ही बिहार की शान मखाना को भी जी आई टैग मिलने की उम्मीद है।
कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने यूट्यूब चैनल और सामुदायिक रेडियो के माध्यम से राज्य के किसानों का कौशल विकास किया है। उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उद्यमी बनाने में लगे हैं। जिससे राज्य के किसानों की आमदनी बढ़ रही है। यहां के मेधावी छात्र छात्राओं ने अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में अपनी सफलता का परचम लहराया है।
श्री चौहान ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान बढ़ रहा है। असमय बारिश हो रही है। ऐसी विषम परिस्थितियों में किसानों भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।आज किसानों की क्षति को कम करना बड़ी चुनौती बनी हुई है।
कुलाधिपति ने बाद में विवि के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ' पूवीर् भारत की अगली पीढ़ी के लिए बागवानी ' विषय की सफलता की शुभकामनाएं दी। उन्होंने संगोष्ठी से जुड़ी स्मारिका का भी विमोचन भी किया।