बिहार के दो B.Ed कॉलेजों की मान्यता रद्द, 16 को नोटिस
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) के निर्देशों को न मानकर मनमानी करने वाले सूबे के दो बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। इन दो कॉलेजों में एक मुजफ्फरपुर का डॉ. जगन्नाथ मिश्रा...
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) के निर्देशों को न मानकर मनमानी करने वाले सूबे के दो बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। इन दो कॉलेजों में एक मुजफ्फरपुर का डॉ. जगन्नाथ मिश्रा महाविद्यालय जबकि दूसरा समस्तीपुर का गवर्मेंट कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन हैं। .
दरअसल एनसीटीई के पूर्वी क्षेत्रीय समिति की बैठक 30 मई से लेकर एक जून तक आयोजित की गई, जहां सभी बिंदुओं को विचार करने के बाद इन दो कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का निर्णय लिया गया है।मान्यता रद्द करने की वजह यह बताई जा रही है कि डॉ. जगन्नाथ मिश्रा महाविद्यालय को कई बार नोटिस जारी करने के बावजूद कॉलेज प्रशासन ने अपने फैकल्टी मेंबर की सत्यापित सूची एनसीटीई में नहीं जमा की। एनसीटीई के कई नोटिस का जवाब भी कॉलेज प्रशासन की ओर से नहीं दिया गया।
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इधर मानकों के अनुसार शिक्षकों की बहाली नहीं करने के आरोप में समस्तीपुर के गवर्मेंट कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन की मान्यता रद्द कर दी गई है। कॉलेज प्रशासन पर यह भी आरोप है कि कई बार नोटिस के बावजूद कॉलेज ने केवल नौ शिक्षकों की ही सूची सौंपी, जबकि 16 शिक्षकों की जरूरत है। यहां बीएड की 200 सीटें हैं। एनसीटीई के सूत्रों के मुताबिक कॉलेज की मान्यता सत्र 2019-20 के लिए रद्द की गई है। इधर पटना वीमेंस कॉलेज के शिक्षा विभाग की मान्यता पुन: बहाल कर दी गई है।
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10 और कॉलेजों पर लटकी तलवार
एनसीटीई ने 10 और कॉलेजों को नोटिस जारी किया है। इनमें मगध विवि (गया), एलपी शाही इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन (मुजफ्फरपुर), मिर्जा गालिब कॉलेज(पटना), अद्वैत मिशन ट्रेनिंग कॉलेज (बांका), राजकीय शिक्षक ट्रेनिंग कॉलेज (तुर्की, मुजफ्फरपुर), विक्रमादित्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बिहारशरीफ), लक्ष्मी नारायण कॉलेज (वैशाली), शहीद प्रमोद बीएड कॉलेज (मुजफ्फरपुर), तारकेश्वर प्रसाद वर्मा कॉलेज (नरकटियागंज), कौशल्या रामाधार एजुकेशनल ट्रस्ट (रोहतास) शामिल हैं। एनसीटीई के निर्देशों को अब तक ये दस कॉलेज भी पूरा नहीं कर पाये हैं। इन कॉलेजों को जवाब देने के लिए 21 दिन का समय दिया गया। लापरवाही करने पर इन बीएड कॉलेजों पर भी कार्रवाई हो सकती है। वहीं एनसीटीई ने राजभवन की शिकायत पर 16 अन्य बीएड कॉलेजों को नोटिस जारी किया।