BHU PhD Entrance Exam : शोध प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्र फिर धरने पर
बीएचयू के छात्रों ने सोमवार को हिंदी विभाग के मुख्य द्वार पर तालाबंद कर फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों ने मांग की कि चार महीने से गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाए। ती
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बीएचयू के छात्रों ने सोमवार को हिंदी विभाग के मुख्य द्वार पर तालाबंद कर फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों ने मांग की कि चार महीने से गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाए। तीन दिन पहले भी छात्रों ने विभाग में धरना दिया था। तब प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने उन्हें उठा दिया था।
सोमवार को हिंदी विभाग के शोध अभ्यर्थियों ने विभाग के चैनल गेट पर ताला बंद कर दिया और भीतर धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि महीने भर में तीसरी बार वे धरना दे रहे हैं। इससे पहले केंद्रीय कार्यालय और विभाग पर बेमियादी धरना दे चुके हैं। हर बार उन्हें झूठे आश्वासन देकर या जबरदस्ती से उठा दिया जाता है, उनकी मांगें अनसुनी रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि कमेटी जब तक रिपोर्ट नहीं देगी तब तक वे विभाग के अंद धरने पर बैठे रहेंगे। धरने पर बैठे बीएचयू के पूर्व छात्र उमेश यादव ने बताया कि पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में धांधली की गई है। इसके लिए छात्रों ने कुलपति को सबूत के साथ पत्र, ज्ञापन दिया।
उमेश ने बताया कि 8 अगस्त से चले बेमियादी धरने के बाद 25 अगस्त को फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित कर गई। मगर चार महीने बाद भी कमेटी की रिपोर्ट नहीं जारी हो सकी। पिछली परीक्षा का प्रकरण सुलझा नहीं और विभाग ने अगली शोध प्रवेश परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। देररात तक छात्र धरने पर बैठे हुए थे और उन्हें मनाने की कोशिशें जारी थीं।