BDS वालों को मिल सकता है MBBS डॉक्टर बनने का मौका
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) के एक प्रस्ताव को अगर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने स्वीकार कर लिया, तो देश में मौजूद हजारों बीडीएस यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को...
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) के एक प्रस्ताव को अगर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने स्वीकार कर लिया, तो देश में मौजूद हजारों बीडीएस यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को एमबीबीएस डॉक्टर बनने का मौका मिल सकता है।
दरअसल, डीसीआई ने एमसीआई को बीडीएस पास छात्रों के लिए एमबीबीएस का तीन साल का ब्रिज कोर्स कराने का प्रस्ताव भेजा है। एमसीआई इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। देश में जरूरत की तुलना में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रस्तावित नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) विधेयक में भी आयुष के डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज कोर्स का प्रस्ताव रखा था। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि एमसीआई के पास बीडीएस पेशेवरों के लिए एमबीबीएस का तीन साल का ब्रिज कोर्स कराने का प्रस्ताव आया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि बीडीएस छात्रों के लिए ब्रिज कोर्स का प्रस्ताव अभी डीसीआई और एमसीआई के बीच है। ऐसे में मंत्रालय की ओर से इस पर टिप्पणी उचित नहीं होगी।
अस्पतालों में मौजूद रहेंगे आयुष्मान मित्र
केंद्र के महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एनएचपीएम) के पैनल के अंतर्गत आने वाले सभी अस्पताल ‘आयुष्मान मित्र' नियुक्त करेंगे। इनका काम इन अस्पतालों में आने वाले मरीजों को इस योजना के तहत पैकेज का लाभ उठाने में सहायता प्रदान करना होगा।