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ग्रेजुएट होते ही मिला था सरकारी नौकरी का ऑफर, कर दिया मना, फिर दी UPSC की परीक्षा, बने IAS ऑफिसर

UPSC Success Story: यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और टॉप रैंक में शामिल होना चाहते हैं तो उन टॉपर्स की रणनीति के बारे में जरूर पढ़ें, जिन्होंने टॉप रैंक लाकर यूपीएससी की परीक्षा पास की है।

ग्रेजुएट होते ही मिला था सरकारी नौकरी का ऑफर, कर दिया मना, फिर दी UPSC की परीक्षा, बने IAS ऑफिसर
Priyanka Sharmaलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 22 Jan 2023 02:15 PM
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UPSC Success Story: यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और टॉप रैंक में शामिल होना चाहते हैं तो उन टॉपर्स की रणनीति के बारे में जरूर पढ़ें, जिन्होंने टॉप रैंक लाकर यूपीएससी की परीक्षा पास की है। आज हम बात कर रहे हैं IAS उत्कर्ष द्विवेदी की, जिन्होंने UPSC CSE 2021 में 5वीं रैंक हासिल की थी। आइए जानते हैं उनके बारे में। कैसे की थी UPSC की तैयारी।

उत्कर्ष द्विवेदी के नाना-नानी ने हमेशा उन्हें एक IAS अधिकारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे। मूल रूप से अयोध्या, उत्तर प्रदेश के रहने वाले उत्कर्ष के पिता एक एफएमसीजी कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं और उनकी मां गृहिणी हैं।

ऐसे की थी तैयारी

कोविड-19 महामारी के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उत्कर्ष को काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। हालांकि उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी थी। अपनी रणनीति के तहत उन्होंने अपने विषयों के आधार पर एक टाइम टेबल तैयार किया और हर दिन उसका पालन किया। इसके अलावा, उन्होंने सभी विषयों का गहन विश्लेषण किया और इसे प्राथमिकता के आधार पर वर्गीकृत किया। प्रैक्टिस के लिए PYQs और मॉक टेस्ट भी हल किए थे।

उत्कर्ष बताते हैं, UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना कोई मजाक नहीं है। तनाव दूर करने के लिए उत्कर्ष लंबी शाम की सैर पर जाया करते थे। इसके अलावा, हफ्ते में एक दिन निकालकर अपने दोस्तों से बात करने और अपनी पसंदीदा जगहों पर घूमने जाते थे।

- जब नहीं स्वीकार किया सरकारी नौकरी का ऑफर

उत्कर्ष द्विवेदी ने अपनी स्कूली शिक्षा डीपीएस, इंदौर से पूरी की और फिर मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के लिए वीआईटी, वेल्लोर चले गए।

उन्होंने बताया, जब मेरी ग्रेजुएशन पूरी हुई, उसके बाद मैंने UPSC परीक्षा देने का फैसला किया था। बता दें, वीआईटी वेल्लोर से ग्रेजुएट होने के बाद, उत्कर्ष को पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (पीएसयू) एसजेवीएन (सतलुज जल विद्युत निगम) में नौकरी का ऑफर मिला था, लेकिन उनका लक्ष्य IAS बनना था। जिसके खातिर उन्होंने नौकरी के ऑफर को स्वीकार नहीं किया। उनका फोकस सिर्फ यूपीएससी की तैयारी पर था। इसलिए, कोई नौकरी नहीं की।

उत्कर्ष ने यूपीएससी मेन्स परीक्षा के लिए अपने वैकल्पिक विषय के रूप में इंटरनेशनल रिलेशन को चुना था। वह कहते हैं कि उन विषयों को चुनना आवश्यक है जिनमें आपकी वास्तव में रुचि है, ताकि आप उन विषयों के बारे में अधिक जानने के लिए उत्साहित हो सकें।

नेशनल और इंटरनेशनल मामलों के चल रहे मुद्दों के साथ खुद को बनाए रखने के लिए उत्कर्ष द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, द टाइम्स ऑफ इंडिया और मिंट जैसे दैनिक समाचार पत्रों को पढ़ा करते थे। हर टॉपर की तरह वह भी नोट्स मेंटेन करने पर जोर देते हैं। वह कहते हैं कि राइटिंग की वजह से आपको टॉपिक्स को याद करने में और अधिक मदद मिलती है।

उत्कर्ष ने कहा, अपनी तैयारी शुरू करने से पहले यूपीएससी के सफर के लिए खुद को तैयार करें। खुद को परीक्षा के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना बहुत जरूरी है। वहीं सिलेबस किसी भी परीक्षा की आत्मा है। किताबों को पढ़ने से पहले सिलेबस को जानना सबसे महत्वपूर्ण है। यूपीएससी सीएसई के सिलेबस को समझें और उनका पालन करें। यह आपको स्टडी मटेरियल चुनने, विषयों को प्राथमिकता देने में मदद करेगा।

यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए उत्कर्ष ने दिए थे 3 प्रयास

यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए उन्होंने UPSC के तीन प्रयास दिए। वर्ष 2019 में उन्होंने अपना पहला प्रयास दिया था, लेकिन इंटरव्यू पास नहीं कर पाए थे। अगले वर्ष 2020 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे। उन्होंने यूपीएससी 2019 के इंटरव्यू में 160 अंक और 2020 के इंटरव्यू में 157 अंक हासिल किए थे। वहीं हार न मानते हुए उन्होंने 2021 में फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी और 5वीं रैंक हासिल कर परीक्षा पास कर ली।

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