ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरऑनलाइन परीक्षा का विरोध करने पर एएमयू प्रोफेसर को विश्वविद्यालय की चेतावनी

ऑनलाइन परीक्षा का विरोध करने पर एएमयू प्रोफेसर को विश्वविद्यालय की चेतावनी

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक प्रोफेसर आफताब आलम को चेतावनी दी गई है। आलम ने विश्वविद्यालय में ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाओं पर अपना विरोध जताया है। राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर को...

ऑनलाइन परीक्षा का विरोध करने पर एएमयू प्रोफेसर को विश्वविद्यालय की चेतावनी
एजेंसी,अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)Thu, 11 Jun 2020 12:18 PM
ऐप पर पढ़ें

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक प्रोफेसर आफताब आलम को चेतावनी दी गई है। आलम ने विश्वविद्यालय में ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाओं पर अपना विरोध जताया है।

राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर को लिखे गए पत्र में, एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने कहा है कि आलम के ईमेल में छात्रों को अंतिम वर्ष की परीक्षा का बहिष्कार करने की क्षमता थी। जबकि कोविड -19 महामारी के कारण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू है और ऐसे में यह विश्वविद्यालय की परीक्षाओं और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में समस्याओं का कारण बन सकता है।

 

रजिस्ट्रार ने यह भी कहा कि प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को परोक्ष रूप से धमकी दी है कि अगर वे ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा में आगे बढ़ते हैं, तो कुछ छात्र आत्महत्या कर सकते हैं। उन्होंने एक युवा महिला छात्र के उदाहरण का हवाला दिया है जिसने इंटरनेट कनेक्टिविटी की कथित समस्याओं के कारण केरल में आत्महत्या कर ली। रजिस्ट्रार ने आलम को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “अगर भविष्य में कोई ऐसी समस्या आती है, तो आपको इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा।”

 

आलम कार्यकारी परिषद के सदस्य भी हैं। उन्होंने वीसी को अपने पत्र में कहा था कि “ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा प्रक्रिया में छात्रों को इंटरनेट एक्सेस, कंप्यूटर / लैपटॉप या लेटेस्ट स्मार्टफोन, किताबें और अच्छी अध्ययन सामग्री की आवश्यकता होती है वे वर्तमान में उपलब्ध नहीं हैं।” उन्होंने आगे कहा, “कई छात्र अपने घर चले गए हैं, हो सकता है उनके पास अध्ययन सामग्री भी न हो। कई ऐसे छात्र भी हैं, जो सिर्फ इसलिए अक्षम हैं क्योंकि उनके पास लेटेस्ट स्मार्टफोन और लैपटॉप नहीं हैं और ना ही फिक्स्ड 4 जी इंटरनेट कनेक्शन नहीं है। ऐसे में उन्हें परीक्षा की प्रक्रिया पूरी करने में बहुत मुश्किल होगी।”

 

प्रोफेसर ने प्रशासन से आग्रह किया कि वे ऑनलाइन ओपन-बुक परीक्षा के अपने निर्णय को रद्द करें और विभिन्न विकल्पों की जांच के लिए विशेषज्ञों के एक कार्यकारी समूह की नियुक्ति करें क्योंकि ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाएं एक संभव समाधान नहीं है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें