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हिंदी न्यूज़ करियरAlldUniv : पीजी के छात्र पढ़ेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन

AlldUniv : पीजी के छात्र पढ़ेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नए शैक्षिक सत्र 2023-24 से परास्नातक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक व कृषि संबंधी चिंतन व एकात्म मानववाद दर्शन की पढ़ाई होगी। पाठ्यक्रम म

AlldUniv : पीजी के छात्र पढ़ेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन
Alakha Singhअनिकेत यादव,प्रयागराजMon, 27 Mar 2023 01:45 PM
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नए शैक्षिक सत्र 2023-24 से परास्नातक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक व कृषि संबंधी चिंतन व एकात्म मानववाद दर्शन की पढ़ाई होगी। पाठ्यक्रम में भारतीय राजनैतिक चिंतकों की सूची में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन शामिल करने के प्रस्ताव को बोर्ड ऑफ स्टडीज ने मंजूरी दे दी है। पं. दीनदयाल पीठ के चेयरमैन प्रो. मधुरेंद्र ने बताया कि अब एमए राजनीति विज्ञान में छात्रों को छह यूनिट की पढ़ाई करनी होगी। इससे पहले छात्र पांच यूनिट की पढ़ाई कर रहे थे।

इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में उनके नाम पर स्थापित पीठ देशभर में चल रही योजनाओं पर अध्ययन करेगी। देश में ‘दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य विकास योजना’, पं. दीनदयाल उपाध्याय मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का लक्ष्य, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजनाओं पर शोध किया जाएगा। अध्ययन में शामिल होगा कि इन योजनाओं से आम लोगों को कितना और किस तरीके फायदा हो रहा है। पं. दीनदयाल पीठ के चेयरमैन प्रो. मधुरेंद्र ने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय भारत में ऐसे विचारक व दर्शनशास्त्री रहे हैं, जिन्होंने भारत को संपूर्ण विश्व में गौरव और सम्मान दिलाया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों, चिंतन, दर्शन को विभिन्न स्तरों पर शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल कराया गया है। उनके चिंतन व दर्शन का प्रचार-प्रसार कराने के साथ प्रासंगिकता पर प्रशिक्षण एवं लोक शिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन शुरू कराया जाएगा। लघु पुस्तिकाओं व लेखों को पुस्तक रूप में प्रकाशित करना भी इस शोध पीठ का कार्य होगा।

माध्यमिक स्कूलों में संवाद के जरिए उपाध्याय का योगदान बताएंगे
प्रो. मधुरेंद्र ने बताया कि पीठ के माध्यम से माध्यिमक स्कूलों में छात्रों के लिए लेक्चर आयोजित किए जाएंगे, ताकि छात्र पं. दीनदयाल के योगदानों को बेसिक स्तर पर जान सकें। जल्द ही पं. दीनदयाल के सामाजिक, आर्थिक, राजनीति विचारों पर अलग-अलग विद्वानों द्वारा लिखित पुस्तक प्रकाशित की जाएगी।