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इलाहाबाद विश्वविद्यालय : असिस्टेंट प्रोफेसर बनने को देनी होगी लिखित परीक्षा, मल्टीपल एंट्री एग्जिट वाले होंगे कोर्स

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी जल्द खत्म होगी। शिक्षकों के 595 पदों के लिए जल्द विज्ञापन होगा। खास यह है कि पहली बार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए लिखित क्वालीफाइंग परीक्षा होगी। इस पर...

इलाहाबाद विश्वविद्यालय : असिस्टेंट प्रोफेसर बनने को देनी होगी लिखित परीक्षा, मल्टीपल एंट्री एग्जिट वाले होंगे कोर्स
इविवि : असिस्टेंट प्रोफेसर बनने को देनी होगी लिखित परीक्षा,प्रयागराजThu, 05 Aug 2021 12:19 PM

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी जल्द खत्म होगी। शिक्षकों के 595 पदों के लिए जल्द विज्ञापन होगा। खास यह है कि पहली बार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए लिखित क्वालीफाइंग परीक्षा होगी। इस पर बुधवार को कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में मुहर लगा दी गई है।
    
पीआरओ डॉ. जया कपूर की ओर से जारी सूचना के अनुसार खाली पदों के रोस्टर का प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें विश्वविद्यालय में 595 खाली पद हैं। इसमें 357 असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर के 168 और प्रोफेसर के 70 पद हैं। सभी पदों को यूजीसी के 2018 के नियमों के अनुसार भरा जाएगा। असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए यूजीसी के नेट सिलेबस पर आधारित एक लिखित परीक्षा भी होगी, जो क्वालीफाइंग परीक्षा होगी। 

मल्टीपल एंट्री और एग्जिट प्वाइंट होंगे पाठ्यक्रम  
नई शिक्षा नीति पर आधारित चार साल के स्नातक कार्यक्रम में प्रस्तावित ऐच्छिक व बुनियादी पाठ्यक्रम का ब्यौरा भी काउंसिल में प्रस्तुत किया गया। कोर्स मल्टीपल एंट्री और एग्जिट प्वाइंट होने के साथ कौशल विकास पर केंद्गित होगा। इसमें दो क्रेडिट प्वाइंट का एक आवश्यक कोर्स होगा। यह राष्ट्र निर्माण और समाज सेवा से जुड़ा होगा। एक फाउंडेशन कोर्स होगा और एक कौशल विकास का कोर्स होगा । फाउंडेशन कोर्स चुनने के लिए छात्र के पास दो विकल्प होंगे पहले विकल्प में वह अंग्रेजी भाषा और साफ्ट स्किल या किसी एक भारतीय भाषा को चुना सकता है। दूसरे में उसके पास भारतीय सभ्यता पर्यावरण अध्ययन और कंप्यूटर एप्लीकेशन में से किसी एक का चुनाव करना होगा। इसके अलावा 10 ऐच्छिक विषयों बुनियादी गणित, आॢटफिशियल इंटेलिजेंस, मानवीय बायोकेमिस्ट्री, औषधीय वृक्ष एवं पौधे, वैज्ञानिक खोज, भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय संविधान के बुनियादी सिद्धांत, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण के मुद्दे और जलवायु परिवर्तन, भारतीय इतिहास का परिचय और अर्थशास्त्र के तत्व को शामिल किया गया है। 

गीतकार गुलजार को इविवि देगा मानद उपाधि 
23 सितंबर को प्रस्तावित दीक्षांत समारोह में गीतकार गुलजार को इविवि ने डीलिट की मानद उपाधि देने का निर्णय लिया है। अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रशांत घोष के प्रस्ताव पर एकेडमिक काउंसिल ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। पीआरओ  ने बताया कि समारोह में कुलाधिपति के हैसियत से आशीष चौहान, चीफ रेक्टर की हैसियत से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी शामिल होंगी। साथ ही यूजीसी के चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि समारोह में शामिल होंगे। काउंसिल में सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि दीक्षांत समारोह में सत्र 2018-19 और 2019-20 की पीएचडी उपाधि भी दी जाएगी।

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