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इलाहाबाद विश्वविद्यालय : पहले शॉर्ट एग्जाम की घोषणा, बाद में इनकार

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के शैक्षिक सत्र 2019-20 में क्रेट लेवल-2 के लिए एक घंटे की लघु परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया था। बाद में निर्णय बदल दिया गया। देर शाम पीआरओ डॉ. जया कपूर ने...

इलाहाबाद विश्वविद्यालय : पहले शॉर्ट एग्जाम की घोषणा, बाद में इनकार
संवाददाता,प्रयागराजWed, 28 Jul 2021 04:55 PM

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के शैक्षिक सत्र 2019-20 में क्रेट लेवल-2 के लिए एक घंटे की लघु परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया था। बाद में निर्णय बदल दिया गया। देर शाम पीआरओ डॉ. जया कपूर ने सूचना जारी कर कहा कि हिन्दी विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार छात्रों को पूर्व सूचित लघु परीक्षा के स्थान पर अब 30 जुलाई को सिनोप्सिस के साथ साक्षत्कार के लिए उपस्थित होना होगा।
विदित हो कि विभागाध्यक्ष प्रो. कृपाशंकर पांडेय की ओर से सोमवार को जारी सूचना के अनुसार क्रेट 2019 फेज-2 में अर्ह छात्रों को 30 जुलाई को विभाग में एक घंटे की लघु परीक्षा देनी होगी। उत्तर पुस्तिका विभाग की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। परीक्षार्थी को प्रवेशपत्र एवं मान्य पहचान पत्र साथ लाना है। इसके बाद ही साक्षात्कार संपन्न होगा। परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले छात्र के प्रवेश पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। मंगलवार को पीआरओ ने स्पष्ट किया कि लघु परीक्षा नहीं होगी। 30 जुलाई को सिनोप्सिस के साथ इंटरव्यू में छात्र शामिल होंगे। 

विवादों के चलते नहीं हो सका है शोध में प्रवेश  
सत्र 2019 में हिन्दी विषय से पीएचडी के लिए कुल 90 सीटों पर प्रवेश को आवेदन मांगे गए थे। प्रवेश परीक्षा के बाद कुल 78 को प्रवेश मिला। बची 12 सीटों पर प्रवेश नहीं दिया गया। बाद में दूसरे चरण के तहत 19 सीटों पर आवेदन मांगे गए। इसमें कैटेगरी का निर्धारण नहीं किया गया। यह भी तय नहीं किया गया कि 12 के एवज में 19 सीटों पर आवेदन कैसे मांगे गए। जब 19 सीटों की प्रवेश परीक्षा के बाद परिणाम घोषित किया गया तो सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को वंचित कर सिर्फ ओबीसी और एससी वर्ग के अभ्यर्थियों का परिणाम जारी किया गया। ऐसे में यह प्रकरण कोर्ट पहुंच गया। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की पहल पर यह विवाद निपटाया गया और सभी सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाने का फैसला लिया गया। 

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