Agnipath Agniveer Recruitment 2022: अग्निवीर भर्ती में एनसीसी कैडेट्स को मिलेंगे बोनस अंक
Agniveer Recruitment 2022: राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरुबीरपाल सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भर्ती होने वाले एनसीसी कैडेट्स को बोनस अंक दिए जाएंगे।
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राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरुबीरपाल सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भर्ती होने वाले एनसीसी कैडेट्स को बोनस अंक दिए जाएंगे। एनसीसी के अधिकारी कैडेट्स के बीच जाकर उन्हें इस योजना की विस्तृत जानकारी देंगे और साथ ही उन्हें इसके फायदे के बारे में भी समझाएंगे। ग्वालियर में एनसीसी महिला अधिकारियों की दीक्षांत परेड में हिस्सा लेने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल गुरुबीरपाल सिंह ने मीडिया कर्मियों से कहा कि भारतीय सेनाओं में ‘अग्निपथ’ योजना के जरिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है।
ज्यादा से ज्यादा युवा भर्ती में लें हिस्सा : एनसीसी कैडेट्स जो ए, बी एवं सी प्रमाणपत्र धारक हैं, उन्हें अग्निवीर की भर्ती में बोनस अंक देने की व्यवस्था की गई है। इस समय देश के हर जिले में एनसीसी है और इसमें शामिल ज्यादातर युवा ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। ऐसे में इन युवाओं को भर्ती में बढ़चढ़कर भाग लेना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या स्कूल-कॉलेजों में एनसीसी को अनिवार्य किया जा रहा है, इस पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च स्तरीय अधिकार समिति बनाई गई है। इसकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
परीक्षा 24 जुलाई को
वायुसेना ने ‘अग्निपथ‘ योजना के तहत भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू कर दी। पंजीकरण की यह प्रक्रिया पांच जुलाई तक चलेगी। इसके बाद भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा 24 जुलाई को होगी। वायुसेना की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा, फिजिकल फिटनेस टेस्ट, एडप्टेबिलिटी टेस्ट-2 और मेडिकल परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।
अग्निवीरों के लिए तैयार की शैक्षिक योजना
शिक्षा मंत्रालय की मदद से इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने अग्निवीर सैनिकों के लिए शैक्षिक योजना तैयार की है। यह अग्निपथ योजना के सैनिकों के लिए तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में थल सेना, नौसेना और वायु सेना में काम के दौरान प्राप्त होने वाले कौशल प्रशिक्षण को भी मान्यता दी जाएगी। शैक्षणिक कार्यक्रम के अंतर्गत सैन्य सेवा कौशल को 50 फीसदी वेटेज दिया जाएगा। शेष 50 फीसदी वेटेज सैनिकों के प्रदर्शन पर आधारित होगा। शैक्षणिक कार्यक्रम ऑनलाइन, ऑफलाइन दोनों मोड में होगा।