ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News करियरडेढ़ साल बाद दो अक्टूबर से खुलेंगे बिहार के कस्तूरबा विद्यालय

डेढ़ साल बाद दो अक्टूबर से खुलेंगे बिहार के कस्तूरबा विद्यालय

बिहार के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में डेढ़ साल बाद घंटी बजेगी। दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर राज्यभर के ऐसे विद्यालयों को कोरोना संकट से उपजे गतिरोध के बाद एक बार फिर से...

डेढ़ साल बाद दो अक्टूबर से खुलेंगे बिहार के कस्तूरबा विद्यालय
हिन्दुस्तान ब्यूरो,पटनाSun, 26 Sep 2021 07:39 AM
ऐप पर पढ़ें

बिहार के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में डेढ़ साल बाद घंटी बजेगी। दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर राज्यभर के ऐसे विद्यालयों को कोरोना संकट से उपजे गतिरोध के बाद एक बार फिर से खोलने का निर्णय शिक्षा विभाग ने लिया है। इन विद्यालयों में इस दिन से पठन-आरंभ करने के साथ ही केजीबीवी में संचालित सभी हास्टल भी खोल दिये जायेंगे ताकि गरीब परिवार से आने वाली नामांकित छात्राएं यहां रहकर पढ़ाई कर सकें।

कोरोना के कारण मार्च 2020 से ही सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बंद हैं। केन्द्र सरकार द्वारा बिहार में संचालित सभी केजीबीवी को आरंभ करने की हरी झंडी और राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा 4 अगस्त 2021 को दी गई छात्रावासों के संचालन की अनुमति के बाद गांधी जयंती से राज्य के सभी प्रकार (टाइप) के कस्तूरबा विद्यालय अब संचालित होंगे। राज्य के सभी 634 केजीबीवी को 2 अक्टूबर से खोले जाने को लेकर सभी डीईओ को निर्देश जारी किया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्रत्त्ी ने इस बाबत दिशा-निर्देश सभी डीईओ को जारी किया है।

सभी बालिकाओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही प्रवेश: जारी निर्देश के मुताबिक सभी संबंधित विद्यालयों व हॉस्टलों के कमरों की सफाई तथा सेनेटाइजेशन होगा। सभी बालिकाओं को स्वास्थ्य जांच के बाद छात्रावास में प्रवेश मिलेगा। अभी स्वस्थ बालिकाएं ही छात्रावास में रहेंगी। सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रस्त होने वाली नहीं रहेंगी। जहां-तहां थूकने की मनाही होगी। छात्रावासों के अंदर कर्मियों व बालिकाओं को छोड़ अन्य किसी का प्रवेश वर्जित रहेगा।

67600 छात्राओं के नामांकन की क्षमता

बिहार में तीन प्रकार के केजीबीवी संचालित हैं, जिनमें 67600 छात्राओं के नामांकन की क्षमता है। पहले प्रकार (टाइप वन, कक्षा छह से आठ) के 443 विद्यालयों में प्रति विद्यालय 100 के हिसाब से 44300, टाइप-तीन के छह से आठ वाले 50 विद्यालयों में 5000, इसी टाइप के कक्षा छह से 12वीं तक में प्रति स्कूल 200 के हिसाब से 42 विद्यालयों में 8400 और टाइप-4 के 99 केजीबीवी में हर में 100 के मुताबिक 9900 छात्राओं के नामांकन की क्षमता है।

छात्राओं के लिए सिंगल बेड की होगी खरीद

केजीबीवी छात्रावासों में पिछले तीन शैक्षिक सत्रों में दी गयी राशि चौकी, पंखा, अलमीरा, इन्वर्टर, टेबुल, कुर्सी आदि की खरीद नहीं होने के कारण लैप्स हो गई थीं। मौजूदा आधारभूत संरचना में छात्रावासों में सभी छात्राओं के लिए सिंगल बेड उपलब्ध नहीं नहीं हैं। बीईपी निदेशक ने सभी डीईओ को निर्देश दिया है कि निर्धारित संख्या में सिंगल बेड चौकी की खरीद की जाए, जिससे सामाजिक दूरी का पालन हो सके और हर छात्रा को अलग चौकी मिले। इसके लिए विद्यालयों को दो लाख रुपए से आवश्यक संसाधन के क्रय की छूट दी गई है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें