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अगले साल से एनसीईआरटी की किताबों में पढ़ाया जाएगा गुड टच और बैड टच का पाठ

एनसीईआरटी ने अपनी पाठ्यपुस्तकों को अपडेट करने की तैयारी शुरू कर दी है। किताबों में कई पुरानी जानकारियों को अपडेट किया जाएगा। वहीं, अगले साल से एनसीईआरटी की किताबों में गुड टच और बैड टच के बारे में भी...

अगले साल से एनसीईआरटी की किताबों में पढ़ाया जाएगा गुड टच और बैड टच का पाठ
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 18 Sep 2017 04:26 PM
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एनसीईआरटी ने अपनी पाठ्यपुस्तकों को अपडेट करने की तैयारी शुरू कर दी है। किताबों में कई पुरानी जानकारियों को अपडेट किया जाएगा। वहीं, अगले साल से एनसीईआरटी की किताबों में गुड टच और बैड टच के बारे में भी बताया जाएगा। किताबों के आखिरी पन्ने पर एक गाइड होगा जो बच्चों को यौन हिंसा से बचने के बारे में बताएगा। एनसीईआरटी ने कहा कि अगले साल से उनकी किताबों में यौन अपराधों से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें के बारे में बच्चों को बताया जाएगा। गौरतलब है कि ये बदलाव करने का फैसला गुरुग्राम स्थित एक स्कूल में हुई बच्चे की हत्या के बाद किया गया है।
किताबों में होंगे हेल्पालाइन नंबर
एनसीईआरटी की किताबों के आखिरी पन्ने पर गाइड के साथ-साथ हेल्पलाइन नंबर भी प्रकाशित किए जाएंगे और बाल कानून के बारे में भी जानकारी प्रकाशित की जाएगी। एनसीईआरटी के निदेशक ऋषिकेश सेनापति ने बताया कि किताब में इलस्ट्रेशन द्वारा बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद सीबीएसई पहले ही सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी कर स्कूल के सारे कर्मचारियों का साइकोमेट्री टेस्ट करवाने का निर्देश दे चुकी है।

इन 10 तरीकों से बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताएं

10 साल बाद एनसीईआरटी अपनी किताबें करेगा अपडेट
अभी जो एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें चल रही हैं, उनमें प्रस्तावना 30 नवंबर, 2007 की है, यानी 10 सालों से इन किताबों में सूचनाओं को न तो अपडेट किया गया है और न ही कोई नई जानकारी जोड़ी गई है। एनसीईआरटी ने कुछ सूचनाओं को अपडेट करने और कुछ नई चीजों को इसमें जोड़ने की योजना बनाई है। एनसीईआरटी अपनी करीब 182 पुस्तकों को अपडेट करेगा। अब तक एनसीईआरटी ने कुल 1,334 बदलाव किए हैं यानी 7 बदलाव प्रति पुस्तक हुए हैं। गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स, नोटबंदी, बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ और स्वच्छता जैसे विषयों को अब शामिल किया जाएगा। इसके अलावा पुस्तकों में उच्चारण संबंधित त्रुटियों को दूर किया जाएगा और भाषा को आसान बनाया जाएगा। 


अगले मार्च तक स्कूलों में डिलिवर होंगी नई किताबें
एनसीईआरटी के निदेशक ऋषिकेश सेनापति ने बताया कि टेक्स्ट्स एक महीने में तैयार हो जाएंगे और उसके तुरंत बाद प्रिंटिंग के लिए भेज दिया जाएगा। पुस्तकों को अप्रैल 2018 में अकादमिक सत्र शुरू होने से पहले मार्च तक स्कूलों और लोगों तक डिलिवर कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया, 'कोई भी छात्र या व्यक्ति अपना ऑर्डर दे सकता है और हमने ऑर्डर प्राप्त करना शुरू कर दिया है। पुस्तकें डाक से डिलिवर की जाएंगी क्योंकि पुस्तकें दूर-दराज के इलाकों में भी भेजी जानी हैं। पुस्तकों की बड़ी मांग को ध्यान में रखते हुए एनसीईआरटी ने अपने प्रिंटर्स और वेंडर्स की संख्या बढ़ाई है। इसके अलावा एनसीईआरटी ने पुस्तकों की पेपर क्वॉलिटी पर भी ध्यान दिया है। सेनापति ने बताया, 'हम क्वॉलिटी को ध्यान में रखते हुए 80 जीएसएम पेपर का इस्तेमाल कर रहे हैं जो प्राइवेट और अन्य स्टेट पब्लिशर्स की पुस्तकों के मुकाबले काफी ऊंची क्वालिटी का है।
 

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