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69000 Shikshak bharti: प्राप्तांक-पूर्णांक की गलती के संशोधन की मांग

परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के फॉर्म में शैक्षिक योग्यता के प्राप्तांक, पूर्णांक, प्राप्त प्रतिशत के अलावा रोल नंबर या अनुक्रमांक आदि में गलती करने वाले...

69000 Shikshak bharti: प्राप्तांक-पूर्णांक की गलती के संशोधन की मांग
वरिष्ठ संवाददाता,प्रयागराज Wed, 27 May 2020 10:12 AM
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परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के फॉर्म में शैक्षिक योग्यता के प्राप्तांक, पूर्णांक, प्राप्त प्रतिशत के अलावा रोल नंबर या अनुक्रमांक आदि में गलती करने वाले अभ्यर्थियों ने मंगलवार को शिक्षा निदेशालय स्थित बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इन अभ्यर्थियों की मांग है कि मोबाइल नंबर संशोधन की तरह इन त्रुटियों में संशोधन का भी अवसर दिया जाए।

प्रदेश के विभिन्न जिलों से जुटे अभ्यर्थियों का कहना है कि दिसंबर 2018 में जब लिखित परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे थे तो उस समय वेबसाइट ठीक से काम नहीं कर रही थी। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने साइबर कैफे वालों की मदद से फॉर्म भरा था। कैफे वालों ने गलती की है जिसके चलते उनकी सारी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

सरकार से मांग की कि उनके मूल प्रमाणपत्रों की जांच करके शपथपत्र लेते हुए प्राप्तांक, पूर्णांक, प्रतिशत, रोल नंबर, अनुक्रमांक या माता-पिता का नाम वगैरह जो भी गलत है उसे संशोधित करने का अवसर दिया जाए। अभ्यर्थी रोहित तिवारी ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद में सुनवाई नहीं हो रही इसलिए अब वे लखनऊ निदेशालय में धरना देने जाएंगे।

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संशोधन की मांग करने वालों में प्रयागराज के शाश्वत द्विवेदी व विपिन कुमार, निशा परवीन बाराबंकी, दिनेश कुमार व रेखा बरेली, प्रियंका सिंह इटावा, पूजा कुमारी सहारनपुर, विपिन कुमार गोंडा आदि शामिल रहे।

प्राप्तांक-पूर्णांक की गलती से प्रभावित होगी मेरिट

प्रयागराज। शिक्षक भर्ती के आवेदक अपने फॉर्म में संशोधन की मांग कर तो रहे हैं लेकिन प्राप्तांक एवं पूर्णांक की चूक के कारण जिलों की मेरिट प्रभावित हो जाएगी। दरअसल बेसिक शिक्षा परिषद ने लिखित परीक्षा के फार्म में दी गई सूचना के आधार पर ही जिलों का विकल्प भरवाया है। अब यदि किसी का गलती से अधिक अंक चढ़ गया है तो उसका गुणांक अधिक हो जाएगा और मेरिट में ऊपर हो जाएगा। काउंसिलिंग के दौरान ऑनलाइन फॉर्म में लिखा नंबर मूल प्रमाणपत्र से नहीं मिला तो चयन होना मुश्किल है।

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