NEP : स्नातक से PhD तक सब बन सकेंगे सारथी, UGC ने बदले नियम, जूनियर को सीनियर कर सकेंगे गाइड
संक्षेप: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की छात्रों तक पहुंच और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक से पीएचडी तक के छात्र भी सारथी बन सकेंगे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की छात्रों तक पहुंच और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक से पीएचडी तक के छात्र भी सारथी बन सकेंगे। यूजीसी ने नियमों को संशेधित करते हुए सारथी बनने का दायरा बढ़ा दिया है। इस फैसले से देशभर में एनईपी सारथी का नेटवर्क और मजबूत होगा। उक्त पहल से स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी सारथी के रूप में एनईपी के सकारात्मक पक्ष को छात्र-छात्राओं तक पहुंचा सकेंगे। यूजीसी ने मंगलवार को उक्त निर्देश विश्वविद्यालयों को भेज दिए। यूजीसी के अनुसार वरिष्ठ छात्र जूनियर को गाइड कर सकेंगे।
जूनियर स्टूडेंट एनईपी के बारे में जो सीखेंगे वह भविष्य में प्रवेशित विद्यार्थियों को बता सकेंगे। यूजीसी के अनुसार इस जिम्मेदारी से वरिष्ठ छात्र शैक्षिक प्रतिद्धता के लिए समर्पित रहेंगे जिसका फायदा एनईपी में पहली बार प्रवेशित विद्यार्थियें को भी मिल सकेगा।
ओडीएल व ऑनलाइन कोर्स कराने वाले विश्वविद्यालयों की लिस्ट जारी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जुलाई-अगस्त से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए ओपन व डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन मोड से कोर्स कराने वाले विश्वविद्यालयों और संस्थानों की लिस्ट जारी कर दी है। यूजीसी की लिस्ट के मुताबिक 101 विश्वविद्यालय और 20 कैटेगरी-1 संस्थान ओडीएल कोर्स, 113 विश्वविद्यालय ऑनलाइन कोर्स और 13 ऑनलाइन लर्निंग (ओएल) कोर्स करवाएंगे।
ओपन डिस्टेंस व ऑनलाइन कोर्स में एडमिशन देने वाले वाले विश्वविद्यालयों और संस्थानों को दाखिला प्रक्रिया में यूजीसी के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। कोर्स करने की योग्यता, दाखिले का मोड, कोर्स की अवधि, क्रेडिट वगैरह सभी चीजों में यूजीसी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। आयोग ने मान्यता प्राप्त ओडीएल और ऑनलाइन कार्यक्रमों में विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 15 अक्टूबर घोषित की है।





