
बच्चों के माथे से जबरन मिटाया गया तिलक? बवाल बढ़ा तो स्कूल को भेजा नोटिस
संक्षेप: महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली में बच्चों को तिलक, बिंदी और राखी पहनने से रोकने का मामला सामने आया है। शिकायत पर KDMC ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।
महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली इलाके के एक निजी स्कूल पर बड़ा आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि यहां बच्चों को माथे पर तिलक लगाने, बिंदी पहनने, राखी या पवित्र धागा बांधने से मना किया गया। कुछ माता-पिता ने दावा किया कि बच्चों के माथे से तिलक जबरन पोंछा गया और चेतावनी दी गई कि अगर दोबारा ऐसा किया तो सजा मिलेगी।

शिकायत करने वाले अभिभावकों का यह भी कहना है कि कुछ बच्चों को शारीरिक तौर पर डांटा-फटकारा भी गया। मामला यहीं नहीं रुका बल्कि गुस्साए माता-पिता सीधे स्थानीय प्रतिनिधियों के पास पहुंचे और फिर यह मुद्दा कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका (KDMC) की शिक्षा शाखा तक पहुंच गया।
KDMC की तुरंत कार्रवा
शिकायत मिलते ही KDMC ने सख्त कदम उठाते हुए मंगलवार (30 सितंबर) को स्कूल प्रशासन को नोटिस जारी कर दिया। इस नोटिस में पूछा गया है कि आखिर बच्चों पर धार्मिक प्रतीकों को लेकर ऐसी रोक क्यों लगाई गई और अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों की गई। KDMC अधिकारियों का कहना है कि वे चाहते हैं कि मामला बातचीत के जरिए सुलझाया जाए। एक अधिकारी ने कहा, "हमें शिकायत मिलते ही नोटिस जारी किया गया। हम चाहते हैं कि यह मुद्दा आपसी सहमति से निपट जाए। ज़रूरत नहीं है कि इसे और बढ़ाया जाए।"
स्कूल ने आरोपों से किया इनकार
वहीं, स्कूल प्रशासन ने किसी भी तरह की पाबंदी लगाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि संस्था हमेशा बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और अभिभावकों, शिक्षकों व प्रबंधन के बीच सामंजस्य बनाए रखने की दिशा में काम करती है। स्कूल प्रबंधन ने बयान जारी कर कहा, "स्कूल ने कोई फतवा जारी नहीं किया है। हमने किसी भी बच्चे को तिलक या बिंदी हटाने के लिए मजबूर नहीं किया।"
बढ़ा राजनीतिक रंग
जैसे ही मामला सामने आया, स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी इसे उठाया और KDMC के शिक्षा विभाग से सख्त कदम की मांग की। फिलहाल KDMC ने स्कूल से विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।





