
सपना था IAS, IPS बन नहीं मंजूर था समझौता; रुहानी ने छठे प्रयास में कर दिया कमाल
संक्षेप: IAS Ruhani Success Story: आईएएस रुहानी ने छह प्रयासों के बाद यूपीएससी में AIR 5 हासिल कर दिखा दिया कि संघर्ष और मेहनत से सपने सच होते हैं। उनकी कहानी लाखों अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा है।
IAS Ruhani Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश ही नहीं, दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिनी जाती है। इस परीक्षा में पास होना लाखों युवाओं का सपना होता है, लेकिन बहुत कम लोग ही इसे पूरा कर पाते हैं। कड़ी मेहनत, धैर्य और जज्बे का नाम है IAS रुहानी। गुरुग्राम, हरियाणा की रहने वाली रुहानी ने UPSC CSE 2023 में ऑल इंडिया रैंक-5 हासिल कर अपने संघर्ष की कहानी को प्रेरणा में बदल दिया।
कौन हैं IAS रुहानी?
28 साल की रुहानी का जन्म और परवरिश तेलंगाना में हुई। उनके पिता सुरेश सेठ और मां नीलम रानी दोनों ही लेक्चरर हैं। शुरुआती पढ़ाई हरियाणा से करने के बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से BA (Hons) इकोनॉमिक्स किया। 2019 में IGNOU से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उन्होंने 2020 में इंडियन इकोनॉमिक सर्विस जॉइन किया और करीब 2 साल तक नीति आयोग में काम किया।
रुहानी की UPSC यात्रा
रुहानी ने ग्रेजुएशन के दौरान ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। पहले चार प्रयास में उन्हें निराशा हाथ लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। पांचवे प्रयास में उन्होंने UPSC 2022 पास किया और ऑल इंडिया रैंक 159 के साथ IPS चुना। हैदराबाद में IPS ट्रेनिंग शुरू भी कर दी, लेकिन IAS बनने का सपना उन्हें आगे बढ़ाता रहा।
आखिरकार छठे प्रयास में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने UPSC 2023 में AIR-5 हासिल कर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में जगह बनाई।





