रक्षा मंत्रालय ने इस कंपनी को दिया बड़ा ऑर्डर, बंपर मुनाफा दे चुका है शेयर
संक्षेप: ड्रोन बनाने वाली कंपनी जेन टेक्नोलॉजी लिमिटेड को भारतीय रक्षा मंत्रालय से ₹37 करोड़ का ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है और इसे एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि इसके शेयर ने लॉन्ग टर्म में मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
Zen technologies share: ड्रोन बनाने वाली कंपनी जेन टेक्नोलॉजी लिमिटेड को भारतीय रक्षा मंत्रालय से ₹37 करोड़ का ऑर्डर मिला है। इसके तहत कंपनी को हार्ड किल कैपिसिटी वाले एंटी-ड्रोन सिस्टम की आपूर्ति करनी होगी। यह ऑर्डर पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है और इसे एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इस खबर के बीच कंपनी के शेयर करीब एक पर्सेंट बढ़ गए। हालांकि, लॉन्ग टर्म में शेयर ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
क्या कहा कंपनी ने?
जेन टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने ऑर्डर के बारे में जानकारी देते हुए कहा- कंपनी को भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से लगभग ₹37 करोड़ का ऑर्डर प्राप्त हुआ है। यह ऑर्डर हार्ड किल क्षमता वाले एंटी-ड्रोन सिस्टम की आपूर्ति से संबंधित है, जो एक वर्ष के भीतर निष्पादित किया जाएगा।
कंपनी के मुताबिक, यह सिस्टम दुश्मन के ड्रोन और हवाई खतरों की पहचान, ट्रैकिंग और उन्हें निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है। कंपनी ने कहा कि यह पूरी तरह स्वतंत्र व्यावसायिक अनुबंध है। वहीं, ऑर्डर में किसी भी तरह का संबंधित पार्टी लेनदेन शामिल नहीं है और इसके प्रमोटर्स या प्रमोटर ग्रुप का ऑर्डर देने वाली इकाई से कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है।
शेयर में मामूली बढ़त
हालांकि, इस पॉजिटिव खबर के बावजूद कंपनी के शेयरों की कीमतों पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा। शुक्रवार के कारोबार में कंपनी के शेयर बीएसई पर 0.32% की मामूली बढ़त के साथ ₹1,419.90 पर बंद हुआ। पिछले तीन वर्षों में यह मल्टीबैगर शेयर करीब 590% तक बढ़ चुका है, जबकि पांच वर्षों में इसमें 1,600% की जबरदस्त छलांग लगी है। बता दें कि शेयर ने 52 हफ्ते का निचला स्तर ₹946.65 और उच्चतम स्तर ₹2,627.95 को छुआ था।
कंपनी के बारे में
बता दें कि जेन टेक्नोलॉजी देश की अग्रणी रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक है, जो सेंसर और सिमुलेटर टेक्नोलॉजी पर आधारित ट्रेनिंग सिस्टम बनाती है। इसके उत्पादों में लैंड-बेस्ड मिलिट्री सिम्युलेटर, ड्राइविंग सिम्युलेटर, लाइव रेंज इक्विपमेंट और एंटी-ड्रोन सिस्टम (ZADS) शामिल हैं। कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है, जहां इसका ट्रेनिंग और प्रोडक्ट इंटीग्रेशन प्लेटफॉर्म मौजूद है।





