Zoamto का दूसरी तिमाही का शुद्ध घाटा बढ़ा, क्या अब भी निवेश करना रहेगा फायदेमंद, जानें एक्सपर्ट की राय
जोमैटो (Zoamto) का सितंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर 434.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। खाने-पीने के सामान की डिलिवरी के कारोबार में निवेश की वजह से कंपनी...
जोमैटो (Zoamto) का सितंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर 434.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। खाने-पीने के सामान की डिलिवरी के कारोबार में निवेश की वजह से कंपनी का घाटा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 229.8 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत परिचालन आय बढ़कर 1,024.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 426 करोड़ रुपये थी। जोमैटो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपिंदर गोयल और मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अक्षत गोयल ने एक पत्र में कहा, ''हमारा नुकसान बढ़ने की वजह यह है कि हमने अपने डिलिवरी कारोबार को बढ़ाने के लिए निवेश किया है।''
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क्या भी निवेश करना चाहिए?
Tradingo की फाउंडर पार्थ नयती कहती हैं, 'Zoamto ने मिक्सड अर्निंग की है। लेकिन प्राॅफिट अब भी एक बड़ी चिंता है। निवेश हमेशा मौजूदा बिजनेस पर निर्भर करता है ऐसे में मार्केट तो अच्छा बर्ताव कर रहा है जिसे भविष्य में कंपनी की स्थिति बेहतर हो सकती है। हालांकि फूड डिलीवरी का बिजनेस अभी खासा प्रभावित है ऐसे में आक्रामक निवेशकों को ही इसमें निवेश करना बेहतर रहेगा।'
(एजेंसी के इनपुट के साथ)
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