₹23 पर जाएगा यह शेयर, विदेशी निवेशक हैं फिदा, डबल कर दी अपनी हिस्सेदारी, एक्सपर्ट बुलिश
Yes Bank Share: प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक पर दो ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ने हिस्सेदारी बढ़ाई है। इस वजह से यस बैंक में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों FPI की कुल हिस्सेदारी में काफी वृद्धि हुई है।

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Yes Bank Share: प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक पर दो ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ने हिस्सेदारी बढ़ाई है। इस वजह से यस बैंक में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों FPI की कुल हिस्सेदारी में काफी वृद्धि हुई है। दिसंबर के अंत तक बैंक में कुल FPI होल्डिंग बढ़कर 23.24% पर पहुंच गई। वहीं, सितंबर तिमाही तक FPI की 12.15% हिस्सेदारी थी। मार्च 2022 के अंत तक FPI के पास यस बैंक में 10.97% हिस्सेदारी थी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि प्राइवेट इक्विटी फर्म-कार्लाइल ग्रुप और एडवेंट इंटरनेशनल ने यस बैंक में लगभग 10% हिस्सेदारी खरीदी है। यह हिस्सेदारी 8,900 करोड़ रुपये में खरीदी गई है। प्राइवेट इक्विटी फर्म द्वारा इस तरह का निवेश हाल के दिनों में बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़ा था।
क्या है एक्सपर्ट की राय?
इस खबर के बीच बीएसई इंडेक्स पर सोमवार को यस बैंक का शेयर 2% तक चढ़ गया। यस बैंक का शेयर भाव 1.22% की तेजी के साथ 16.65 रुपया पर बंद हुआ। वहीं, एक्सपर्ट इस शेयर को लेकर बुलिश नजर आ रहे हैं। IIFL सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता ने बताया कि यस बैंक के स्टॉक में 19 रुपये के भाव पर बाधा है लेकिन इस स्तर को पार करने की स्थिति में कीमत 21-23 रुपये तक जा सकती है। यस बैंक के स्टॉक ने एक साल में 21.62 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, तीन साल में यह स्टॉक 56.81 फीसदी गिर चुका है। इसके मुकाबले सेंसेक्स 46.48 फीसदी चढ़ा है।
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कैसे थे तिमाही नतीजे
दिसंबर तिमाही में यस बैंक का नेट प्रॉफिट 79 प्रतिशत घटकर 55.07 करोड़ रुपये रह गया। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक को फंसे कर्जों के लिए अधिक प्रावधान करना पड़ा जिसका असर उसके लाभ पर पड़ा है। दिसंबर तिमाही में बैंक की गैर-ब्याज आय 55.8 प्रतिशत बढ़कर 1,143 करोड़ रुपये हो गई और कॉरपोरेट बॉन्ड की बिक्री से उसे 100 करोड़ रुपये मिले।