भारतीय निवेशकों के लिए सोने में पैसा लगाना सबसे कम जोखिमभरा
सर्राफा बाजार में सोने का हाजिर भाव 51000 के करीब है। आने वाले दिनों में इसकी कीमत और भी चढ़ सकती है। अगर रिटर्न की बात करें तो सोना सभी एसेट्स पर भारी पड़ रहा है। सोने के बेहतरीन प्रदर्शन को देख...
सर्राफा बाजार में सोने का हाजिर भाव 51000 के करीब है। आने वाले दिनों में इसकी कीमत और भी चढ़ सकती है। अगर रिटर्न की बात करें तो सोना सभी एसेट्स पर भारी पड़ रहा है। सोने के बेहतरीन प्रदर्शन को देख खुदरा निवेशक भी इसकी ओर आकर्षित होने लगे हैं, जिन्हें शेयर बाजारों से अप्रत्याशित रूप से कम रिटर्न ने हिला दिया है।कोविड-19 महामारी के बीच सोने में निवेश सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। साल 2010 से ही सोना शानदार रिटर्न दे रहा है। इस साल सोना अमेरिकी डॉलर को छोड़कर कुछ प्रमुख मुद्राओं में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि माहामारी के कारण बाजार की अनिश्चतिता के बीच पोर्टफोलियो में शामिल सोना सबसे मूल्यवान है। अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण तीन महीनों से अधिक समय के बाद अपने सबसे अच्छे सप्ताह में शुक्रवार को सोना स्थिर रहा।
विकसित अर्थव्यवस्थाओं में नकारात्मक ब्याज दर और केंद्रीय बैंकों द्वारा डॉलर की निरंतर खरीद व सोने की कीमतों में तेजी को देखते हुए बड़ा सवाल यह है कि क्या इस संकट काल में सोने में निवेश फायदे का सौदा है? इस पर वेल्थ मैनेजमेंट विशेषज्ञ सचिन कपूर ने एचटी के बिजनेस पब्लिकेशन मिंट को बताया कि एसेट रिटर्न के साथ करेंसी रिटर्न भारतीय निवेशक के लिए सोने को कम जोखिम भरा बनाता है।
कपूर ने आगे कहा कि भारत और अमेरिका की ब्याज दरों के बीच अंतर को इंगित करता है जो निम्न दर वाले देश के मुकाबले उच्च ब्याज दर वाले देश की मुद्रा का एक ड्राइविंग कारक है। भारत से उम्मीद की जाती है कि वह अमेरिका के विपरीत उच्च ब्याज दर बनाए रखे, जिसका अर्थ है कि एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में सोना इस अंतर की वजह से लाभ देता रहेगा।
कितना फायदेमंद
- 24 फीसदी से अधिक रिटर्न दे चुका है सोना छह माह में
- 25 फीसदी रिटर्न दिया था सोने ने पिछले साल निवेशकों को
- 40 फीसदी तक रिटर्न दे चुके हैं गोल्ड बॉन्ड एक साल में
- 55 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंचने की उम्मीद इस साल के अंत तक
- 70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंचने की संभावना दो साल में
- 10 से 15 फीसदी सोना अपने पोर्टफोलियो में जरूर रखें
- 75 से 80 फीसदी तक सोने के मूल्य के बराबर मिलता है लोन
कपूर बताते हैं कि सोने को अक्सर राजनीतिक और वित्तीय अनिश्चितता के समय मूल्य के एक सुरक्षित स्टोर के रूप में उपयोग किया जाता है। आर्थिक उथल-पुथल के बीच सोना ने सकारात्मक रिटर्न दिया है, जब इक्विटी में गिरावट का सामना करना पड़ता है।
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