बजट में उपयोग होने वाले इन 10 महत्वपूर्ण शब्दों को क्या आप जानते हैं?
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश कर सकती हैं। 2022 का बजट कैसा होगा यह तो 1 फरवरी को ही पता चलेगा, लेकिन बजट के बारे में कई ऐसी शब्दावलियां या तथ्य हैं, जिनसे शायद आप भी अनजान...
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश कर सकती हैं। 2022 का बजट कैसा होगा यह तो 1 फरवरी को ही पता चलेगा, लेकिन बजट के बारे में कई ऐसी शब्दावलियां या तथ्य हैं, जिनसे शायद आप भी अनजान होंगे। तो ऐसे ही 10 शब्दावलियों के बारे में हम आपको बता रहे हैं ,जिन्हें जानना आपके लिए भी बेहद जरूरी है-
वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट
संचित निधि
आकस्मिक निधि
सार्वजनिक खाता
राजस्व बजट
कटौती प्रस्ताव
कटौती प्रस्ताव बजट प्रक्रिया का ही भाग है। यह वो हथियार है, जो लोकसभा सदस्य कार्यपालिका पर नियंत्रण हेतु उपयोग लाते हैं ये अनुदानों मे कटौती कर सकते हैं।
राजकोषीय घाटा
सरकार की कुल आय और व्यय में अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है। यानी जब सरकार कुल कमाई से अधिक खर्च होने पर कुछ समय के लिए कर्ज लेती है और बाजार से सरकार की कुल कमाई और खर्च के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है।
वित्त विधेयक
केंद्रीय बजट प्रस्तुत करने के तुरंत बाद वित्त विधेयक पेश किया जाता है।
इसमें बजट में प्रस्तावित करों के प्रभाव, उन्मूलन, परिवर्तन या विनियमन के बारे में सभी जानकारी होती है।
वित्त विधेयक में आगामी वित्तीय वर्ष में किसी नए प्रकार के कर लगाने या कर में संशोधन आदि से संबंधित विषय शामिल होते हैं।
राजस्व घाटा
राजस्व प्राप्तियों और राजस्व व्यय के बीच के अतंर को राजस्व घाटा कहा जाता है। यह घाटा वर्तमान व्यय पर सरकार की वर्तमान आय में कमी से होता है।
वोट ऑन अकाउंट
चुनावी साल में जब सरकार पूर्ण बजट पेश करने के बजाय कुछ महीनों का खर्च चलाने के लिए वोट ऑन अकाउंट पेश करती है।
इसे लेखानुदान मांग, अंतरिम बजट कहा जाता है। संविधान के अनुच्छेद 116 में इसका प्रावधान है। इस बजट में सरकार कोई नीतिगत फैसला नहीं लेती है।
जानें Hindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।