16 जनवरी से कोरोना से बचाव के लिए कोविड-19 के टीके लगने शुरू हो गए हैं। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना योद्धाओं का वैक्सीनेशन हो रहा है, लेकिन इस पुनीत काम को भी साइबर ठग इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे। आजकल ऐसे फ्रॉड ड्रग अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया से होने का दावा कर COVID19Vaccine आवंटन के नाम पर बुजुर्गों को अपनी जाल में फंसा रहे हैं। पीआईबी फैक्ट चेक ने आगाह किया है कि यदि कोविड-19 वैक्सीन आवंटन के लिए किसी सीनियर सिटिजन से आधार और ओटीपी ड्रग अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के नाम पर फोन करके मांगी जा रही है तो न दें। यह बदमाशों की करतूत है। ऐसे टेलीकॉलर्स को कभी भी ओटीपी और व्यक्तिगत विवरण न दें।
Some #Fraudsters claiming to be from Drug Authority of India are calling senior citizens to confirm their Aadhaar and OTP for #COVID19Vaccine allocation
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 22, 2021
It is an act of miscreants. Never disclose OTP and personal details to such telecallers#PIBFactCheck #Unite2FightCorona pic.twitter.com/0F8Lxd4Nqd
बता दें केंद्र सरकार ने कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए टीकाकरण सत्र के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीके लगाने के लिए नए उपाय किए हैं। इसके तहत कोविन साफ्टवेयर में बदलाव किए गए हैं। अब टीका लेने वाले व्यक्ति के नहीं आने पर कोविन ऐप में पंजीकृत व्यक्ति को बारी से पहले भी टीका दिया जा सकेगा। दरअसल, कई टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए कम आने से टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
पंजीकरण जरूरी
सबसे पहले आप टीकाकरण के लिए उचित फोटो आईडी का उपयोग करके CO-WiN सिस्टम में रजिस्ट्रेशन कराएं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि टीकाकरण के समय आपको को वही आईडी दिखाना है जो पंजीकरण करवाते समय आपके द्वारा उपयोग की गई हो। पंजीकरण कराने के लिए इनमें से कोई भी फोटो आईडी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
वैसे तो ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मी कोविड पर पंजीकृत हो चुके हैं तथा वे टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन यदि कोई पंजीकृत नहीं है और वह टीकाकरण केंद्र पर पहुंचता है और वहां सत्र खाली है तो वह सीधे टीका नहीं ले पाएगा। पहले उसे कोविन पर अपना पंजीकरण कराना होगा। उसके बाद उसे उस सत्र में टीके के लिए आवंटित किया जा सकेगा।
कैसे मिलेगा कोविड-19 का टीका
एम्स निदेशक ने कहा कि वैक्सीन के लिए रजिस्टर्ड लोगों को रजिस्टर्ड मोबाइल के जरिए सूचना दी जाएगी कि उन्हें कब और कहां टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे होने वाली असुविधा से बचा जा सकेगा और लोगों को आसानी होगी। क्या कोई व्यक्ति बिना रजिस्ट्रेशन कराए कोविड वैक्सीन ले सकता है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नहीं बिना पूर्व रजिस्ट्रेशन के किसी को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी। गुलेरिया ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर लोग रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
रजिस्ट्रेशन के लिए फोटो लगा कोई भी पहचान पत्र जमा करना अनिवार्य
उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए लोगों को फोटो लगा कोई भी पहचान पत्र जमा करना अनिवार्य होगा। ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक, MP/MLA/MLC द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र, पेंशन कार्ड, नियोक्ता (केंद्र सरकार, राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनी) द्वारा जारी पहचान पत्र या वोटर आई कार्ड में से कोई भी एक पहचान पत्र जमा करना होगा। उन्होंने कहा कि जो पेपर रजिस्ट्रेशन के समय दिया जाएगा, टीकाकरण के समय उसी से मिलान किया जाएगा। बता दें दुनिया में सबसे अधिक 80 फीसदी भारतीय टीका लगवाने के इच्छुक हैं। 10 में से आठ भारतीयों को टीका लगवाने में कोई झिझक नहीं है। एडेलमैन पीआर ट्रस्ट बैरोमीटर 2021 के सर्वेक्षण से इस बात का पता चला है। सर्वे 28 देशों में किया गया था।