पेपरलेस बजट, मोबाइल एप, डिजिटल जनगणना...जानें इस बार बजट में क्या-क्या पहली बार हुआ?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया। कोरोना महामारी के बाद यह देश का पहला बजट था। इस दौरान बहुत कुछ ऐसा हुआ जो पहली बार देखने को मिला। जानें इनके बारे में: पेपरलेस बजट भारत...

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया। कोरोना महामारी के बाद यह देश का पहला बजट था। इस दौरान बहुत कुछ ऐसा हुआ जो पहली बार देखने को मिला। जानें इनके बारे में:
पेपरलेस बजट
भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब बजट की छपाई कागजों पर नहीं हुई है। इसे इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में जारी किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे मेड इन इंडिया टैबलेट से पढ़ा। इससे पहले बजट की कॉपियां छपती थीं और इसे सांसदों और मीडिया कर्मियों को दिया जाता था।
बजट के लिए मोबाइल एप
पहली बार बजट के लिए यूनियन बजट नाम का मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। वित्त मंत्रालय ने इस एप को लॉन्च किया था। इस ऐप पर वित्त मंत्री के भाषण के बाद बजट से जुड़े 14 डॉक्यूमेंट सांसदों और आम लोगों के लिए मौजूद रहेंगे।
सामाजिक सुरक्षा के दायरे में ठेका कर्मचारी
पहली बार सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 में गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारियों को शामिल किया गया। गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारी वे हैं जो विभिन्न ई कॉमर्स सेवाओं मसलन उबर, ओला, स्विगी और जोमैटो से जुड़े हैं। इन्हें वेतन नहीं मिलता जिससे ये सामाजिक सुरक्षा लाभ जैसे प्रोविडेंट फंड, समूह बीमा और पेंशन से वंचित रहते हैं।
डिजिटल जनगणना होगी
ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब देश में डिजिटल जनगणना होगी। डिजिटल जनगणना के लिए सरकार ने बजट में 3 हजार 760 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। संभव है कि जनगणना की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाए या फिर जनगणना करने वाले अधिकारियों को फॉर्म की जगह टैब दिया जाएगा
