WTO की सदस्यता से अमेरिका, चीन को सबसे अधिक फायदा हुआ
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की सदस्यता से सबसे अधिक फायदा अमेरिका और चीन जैसे दुनिया के दो ताकतवर देशों को हुआ है। सोमवार (30 दिसंबर) को जारी एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है। यह रिपोर्ट ऐसे...
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की सदस्यता से सबसे अधिक फायदा अमेरिका और चीन जैसे दुनिया के दो ताकतवर देशों को हुआ है। सोमवार (30 दिसंबर) को जारी एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है। यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जबकि अमेरिका, चीन अपने व्यापार विवाद को हल करने का प्रयास कर रहे हैं।
बर्टल्समैन फाउंडेशन के शोध से पता चलता है कि डब्ल्यूटीओ की सदस्यता से अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 25 साल में 87 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। चीन 2001 में डब्ल्यूटीओ का सदस्य बना था। उसके बाद से उसके जीडीपी में 86 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। वहीं डब्ल्यूटीओ का सदस्य बनने के बाद जर्मनी का जीडीपी 66 अरब डॉलर बढ़ा है।
बर्टल्समैन के व्यापार विशेषज्ञ क्रिस्टियन ब्लथ ने कहा, ''कोई भी संगठन पूर्ण नहीं होता। यदि कोई सोचता है कि वह डब्ल्यूटीओ के बजाय द्विपक्षीय व्यापार करारों की व्यवस्था पर टिका रह सकता है, तो उसके समक्ष अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भारी नुकसान का जोखिम पैदा होता है।" डब्ल्यूटीओ के सदस्यों की संख्या इस समय 164 है। एक जनवरी, 2020 को डब्ल्यूटीओ की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ हैं।
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