दिग्गज फार्मा कंपनी Cipla को खरीदने में टोरेंट फार्मास्युटिकल की दिलचस्पी बढ़ गई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक Cipla की बोली लगाने के लिए टोरेंट ने अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट के साथ शुरुआती बातचीत की है। इसके जरिए टोरेंट 1 बिलियन डॉलर तक का लोन सिक्योर करना चाहती है।
कितने फंड जुटाने का है प्लान
रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टोरेंट अपने बड़े प्रतिद्वंद्वी Cipla की बोली के लिए लगभग 3 से 4 बिलियन डॉलर के फंड की उम्मीद कर रहा है। बर्नस्टीन विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि Cipla के लगभग 60% डील का मूल्य 7 बिलियन डॉलर तक हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि टोरेंट की बातचीत सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स और बेन कैपिटल के साथ भी चल रही है। ये सभी कंसोर्टियम में इक्विटी पार्टनर बन सकते हैं और Cipla डील में संयुक्त रूप से 1.5 बिलियन डॉलर का योगदान दे सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि Cipla का संस्थापक परिवार अपनी 33.4% हिस्सेदारी बेचने का इच्छुक है। इसकी बोली लगाने से भारतीय नियमों के अनुसार अन्य 26% के लिए ओपन फॉर सेल भी शुरू हो जाएगी। सूत्रों ने यह भी कहा है कि ब्लैकस्टोन भी सिप्ला के लिए बोली लगाने में रुचि रखता है। अगर Cipla की बिक्री होती है तो फार्मा इंडस्ट्री की सबसे बड़ी डील के तौर पर देखा जाएगा। हालांकि, अभी डील को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Apollo की खास दिलचस्पी: Cipla के संस्थापक परिवार की हिस्सेदारी का एक छोटा सा हिस्सा Apollo भी खरीदने पर विचार कर रहा है, लेकिन अंतिम निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि टोरेंट के साथ बातचीत कैसे आगे बढ़ती है। अगर टोरेंट के साथ बातचीत अटक जाती है तो फिर Apollo दूसरे विकल्प की तलाश करेगा। दुनिया के सबसे बड़े एसेट मैनेजमेंट्स में से एक Apollo ने मार्च 2023 तक $438 बिलियन का क्रेडिट और $101 बिलियन की प्राइवेट इक्विटी का प्रबंधन किया।
ऐप पर पढ़ें