Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़TikTok will reduce its workforce in India but there is no plan to close

टिकटॉक भारत में कम करेगा अपनी वर्कफोर्स, बंद करने का नहीं है प्लान

टिकटॉक पर प्रतिबंध का विस्तार करने के केंद्र के फैसले ने चीनी लघु-वीडियो प्लेटफॉर्म को अपने भारतीय कर्मचारियों की संख्या को कम करने के लिए मजबूर कर दिया है। कंपनी के अंतरिम वैश्विक प्रमुख,...

टिकटॉक भारत में कम करेगा अपनी वर्कफोर्स, बंद करने का नहीं है प्लान
Karishma Singh लाइव मिंट, नई दिल्लीWed, 27 Jan 2021 03:20 PM
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टिकटॉक पर प्रतिबंध का विस्तार करने के केंद्र के फैसले ने चीनी लघु-वीडियो प्लेटफॉर्म को अपने भारतीय कर्मचारियों की संख्या को कम करने के लिए मजबूर कर दिया है। कंपनी के अंतरिम वैश्विक प्रमुख, वैनेसा पाप्पस ने बुधवार को अपने कर्मचारियों को एक पत्र लिखा ( जिसकी समीक्षा लाइव मिंट ने  की) जिसमें उन्होंने तत्काल प्रभाव से कंपनी की डाउनसाइजिंग योजनाओं के बारे में सूचित किया है।
पाप्पस ने लिखा "जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, इस निर्णय को लेना आसान नहीं है। पिछले कई महीनों से, हमारी प्रबंधन टीम ने कंपनी से किसी को अलग ना करने से बचने के लिए अथक परिश्रम किया है। हमने खर्चों में कटौती की है, लेकिन लाभ का भुगतान अभी तक कर रहे हैं। हालांकि, सारे कर्मचारियों के साथ काम जारी नहीं रख सकते जबकि हमारे एप्स अन-ऑपरेशनल हैं। "

किन कर्मचारियों की होगी छंटनी यह अभी तय नहीं

पाप्पस ने कहा कि कंपनी को पता नहीं था कि उसे भारत में परिचालन फिर से शुरू करने की अनुमति कब दी जाएगी, लेकिन वह आशावान रही। पत्र में यह उल्लेख नहीं किया गया है कि टिकटॉक देश में अपने 2000 से अधिक कर्मचारियों में से किसे बाहर का रास्ता दिखाएगा। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि टिकटॉक के कर्मचारी कुछ समय से नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं, जिसमें होमग्रॉन शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म हैं जो कि टिकटॉक के अधिकारियों को काम पर रखना चाहते हैं।

प्रतिबंध के बावजूद लाभ में थी कंपनी

इससे पहले की रिपोर्टों ने संकेत दिया था कि टिकटॉक इंडिया ने प्रतिबंध के बावजूद अपने कर्मचारियों को अप्रेजल दिया था। होल्डिंग कंपनी, बीटेडेंस का राजस्व 2020 में भारत और अमेरिका जैसे बाजारों में परेशानी के बावजूद दोगुना से अधिक हो गया है। कंपनी का राजस्व बढ़कर 35 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि परिचालन लाभ 2020 में 4 बिलियन डॉलर से बढ़कर 7 बिलियन से डॉलर हो गया था। इस बीच, टिकटॉक के अधिकारी कई बार भारत सरकार के पास पहुंचे, लेकिन कोई भी बात बनाने में असफल रहे।

भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित चीनी ऐप्स की पहली सूची में शामिल था टिकटॉक

लघु वीडियो प्लेटफॉर्म को भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित चीनी ऐप्स की पहली सूची में शामिल किया गया था। हालांकि प्रतिबंधित ऐप्स की यह संख्या 200 से अधिक चुकी है। सरकार ने हाल ही में मूल सूची में शामिल कंपनियों को एक पत्र भेजकर उन्हें प्रतिबंध के विस्तार के बारे में सूचित किया था। टिकटॉक ने यह सुनिश्चित किया है कि यह सभी स्थानीय कानूनों के अनुपालन में है और सरकार द्वारा भेजे गए नोटिस की समीक्षा कर रहा है।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हमने 29 जून 2020 को जारी भारत सरकार के आदेश का पालन करने के लिए तेजी से काम किया है। हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि हमारे ऐप स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन करें और जो भी चिंताए हैं उन्हें दूर करने के लिए पूरी कोशिश करें।" यह निराशाजनक है कि आगामी सात महीनों में, हमारे प्रयासों के बावजूद हमें यह स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है कि हमारे ऐप को कैसे और कब फिर से शुरू किया जा सकता है। भारत में हमारे 2000+ से अधिक कर्मचारियों को आधे साल से अधिक समय तक समर्थन करने के बाद यह बहुत खेदजनक है कि  हमारे पास अपने कर्मचारियों की छंटनी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम टिकटॉक को फिर से शुरू करने और भारत में करोड़ों उपयोगकर्ताओं, कलाकारों, कहानीकारों, शिक्षकों और कलाकारों का समर्थन करने का अवसर फिर से प्राप्त करने की आशा करते हैं।

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