रूचि सोया के शेयरों में गिरावट की यह है असली वजह, एक्सपर्ट के हैं ये अनुमान
रूचि सोया के स्टाॅक पिछ्ले एक सप्ताह से बिकवाली का शिकार हुए हैं। इसकी बड़ी वजह है केन्द्र सरकार द्वारा पाॅम ऑयल को लेकर लिया गया नया फैसला, जिसका असर कंपनी के स्टाॅक पर साफ देखा जा सकता है।

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Ruchi Soya Share Price Update: रूचि सोया के स्टाॅक पिछले एक सप्ताह से बिकवाली का शिकार हुए हैं। इसकी बड़ी वजह है केन्द्र सरकार द्वारा पाॅम ऑयल को लेकर लिया गया नया फैसला, जिसका असर कंपनी के स्टाॅक पर साफ देखा जा सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार सरकार के फैसले और चौथी तिमाही के कमजोर नतीजों का असर रूचि सोया के शेयरों पर नकारात्मक पड़ा है।
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सरकार का नया फैसला क्या है?
मंगलवार को सरकार ने कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी के तेल के आयात पर क्सटम ड्यूटी, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपेमेंट सेस शून्य कर दिया है। यानी 20 लाख टन तक इन कच्चे तेलों के आयात पर ये टैक्स नहीं देने होंगे।
प्राॅफिट मार्ट सिक्योरिटीज के हेड अविनाश कहते हैं, 'सरकार के द्वारा कच्चे सायोबीन तेल और सूरजमुखी तेल से कस्टम ड्यूटी, एग्री सेस मार्च 2024 तक हटाने के फैसले का असर स्टाॅक पर दिख रहा है। इस फैसले के बाद उम्मीद है कि घरेलू बाजार में। खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट आएगी। साथ ही तिमाही नतीजे भी अपेक्षा अनुसार नहीं रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि अभी आगे और कई सत्रों में भी कंपनी के शेयर बिकावली का शिकार हो सकते हैं।'
IIFL सिक्योरिटीज अनुज कहते हैं, 'पिछले कुछ महीनों के दौरान मंहगाई और इनपुट काॅस्ट अधिक होने का अरमसर खाद्य तेल प्रोड्यूसर पर भी दिखेगा। ऐसे में रूचि सोया के अगली तिमाही के नतीजे भी दबाव में रहेंगे।'
अनुज गुप्ता कहते हैं जिस किसी के पास रूचि सोया स्टाॅक है, वो 940 रुपये के टाॅप लाॅस को बनाए रखा है। दो तीन महीने के बाद फेस्टिव सीजन शुरू होने जा रहा है। ऐसे में हमें रिवर्स ट्रेंड देखने को मिल सकता है। बता दें, रूचि सोया के शेयरों पिछले तीन सत्रों में लगातार 5% का लोअर सर्किट लगा गया। बुधवार को कंपनी के शेयर 1044.10 रुपये पर गिरकर बंद हुए थे।