टाटा ग्रुप का शेयर टीटीएमल निवेशकों को दे रहा है झटके पर झटका, नहीं मिल रहे खरीदार
कुछ दिन पहले तक टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टीटीएमएल के शेयर निवेशकों को मालामाल कर रहे थे, लेकिन पिछले 10 सत्रों से इस शेयर के खरीदार नहीं मिल रहे। इसमें पिछले 10 सत्रों से लगातार लोअर सर्किट लग...
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कुछ दिन पहले तक टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टीटीएमएल के शेयर निवेशकों को मालामाल कर रहे थे, लेकिन पिछले 10 सत्रों से इस शेयर के खरीदार नहीं मिल रहे। इसमें पिछले 10 सत्रों से लगातार लोअर सर्किट लग रहा है। इससे यह स्टॉक इस अवधि में करीब 37 फीसद टूट चुका है। सोमवार सुबह एनएसई पर 1,03,71,564 शेयर बिकने को तैयार थे, लेकिन खरीदार नदारद।
इन 10 सत्रों में टीटीएमएल का शेयर भाव 290.15 रुपये से 183.10 रुपये पर आ गया है। बता दें 11 जनवरी को टीटीएमएल का शेयर अपने ऑल टाइम हाई 290.15 रुपये पर बंद हुआ था। इससे पहले यह एक साल में 2830 फीसद का छप्पड़ फाड़ रिटर्न दे चुका था।
पिछले 23 दिसंबर से तो यह लगभग हर रोज अपर सर्किट मार रहा था। 23 दिसंबर को यह 154.10 रुपये पर बंद हुआ था और 10 जनवरी को यह 290.15 रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान इसने निवेशकों को 188 फीसद रिटर्न दिया। अब पिछले 9 सत्रों में यह करीब 100 रुपये प्रति शेयर टूट चुका है।
क्या करती है टीटीएमएल?
बता दें टीटीएमएल, टाटा टेलीसर्विसेज की सब्सिडियरी कंपनी है। यह कंपनी अपने सेगमेंट में मार्केट लीडर है। कंपनी वॉइस, डेटा सर्विसेज देती है। कंपनी के ग्राहकों की लिस्ट में कई बड़े नाम है। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक बीते महीने कंपनी ने स्मार्ट इंटरनेट बेस्ड सर्विस कंपनियों के लिए शुरू की है। इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है, क्योंकि इसमें कंपनियों को फास्ट इंटरनेट के साथ क्लाउड बेस्ड सिक्योरिटी सर्विसेज और ऑप्टोमाइज्ड कंट्रोल मिल रहा है। इसकी सबसे बड़ी खासियत क्लाउड आधारित सिक्योरिटी है जिससे डेटा को सुरक्षित रखा जा सकेगा। जो बिजनेस डिजिटल आधार पर चल रहे हैं, उन्हें इस लीज लाइन से बहुत मदद मिलेगी। इसमें हर तरह के साइबर फ्रॉड से सुरक्षा का इंतजाम इन-बिल्ट किया गया है, साथ में फास्ट इंटरनेट की सुविधा दी जा रही है।
क्यों आ रही गिरावट?
दरअसल टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) ने पिछले दिनों कहा था कि वह समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बकाया से संबंधित ब्याज को इक्विटी में बदलेगी। इससे सरकार की कंपनी में हिस्सेदारी करीब 9.5 प्रतिशत हो सकती है। टाटा टेलीसर्विसेज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसके आकलन के अनुसार ब्याज का शुद्ध रूप से मौजूदा मूल्य (एनपीवी) करीब 850 करोड़ रुपये है। यह अनुमान दूरसंचार विभाग की पुष्टि पर निर्भर है। ब्याज को इक्विटी यानी शेयर में बदलने से सरकार की कंपनी में हिस्सेदारी 9.5 प्रतिशत होगी। इसके बाद से ही उड़ान भर रहे इस स्टॉक में अब बिकवाली का दौर शुरू हो गया है।
(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है. यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)